मांगों को लेकर प्रेरकों ने राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता को सौंपा ज्ञापन

साक्षर भारत मिशन प्रेरक एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष विनोद मांढी की अगुवाई

By JagranEdited By: Publish:Mon, 23 Nov 2020 08:33 PM (IST) Updated:Mon, 23 Nov 2020 08:33 PM (IST)
मांगों को लेकर प्रेरकों ने राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता को सौंपा ज्ञापन
मांगों को लेकर प्रेरकों ने राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता को सौंपा ज्ञापन

संवाद सहयोगी, बाढड़ा : साक्षर भारत मिशन प्रेरक एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष विनोद मांढी की अगुवाई में प्रेरकों ने आम आदमी पार्टी से सांसद सुशील गुप्ता को मांग पत्र सौंपा। सांसद को सौंपे मांग पत्र में प्रेरकों ने उनकी बहाली, बकाया मानदेय जारी करवाने की मांग की। सांसद ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को राज्यसभा में रखा जाएगा।

कस्बे में आयोजित कार्यक्रम में राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता को मांग पत्र देते हुए प्रेरक एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष विनोद मांढी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार बेरोजगार युवाओं के हितों से खिलवाड़ कर रही है। प्रदेश सरकार ने 12 सितंबर 2012 को 5 हजार साक्षर प्रेरकों को नियुक्ति दी। जिन्होंने स्वच्छता प्रहरी, शिक्षा से दूर रहे लोगों को दोबारा शिक्षा से जोड़ने, जनधन योजना के खातों में आम भागीदारी सहित सरकार द्वारा संचालित अनेक योजनाओं को धरातल पर बढ़ावा दिया। जिससे प्रदेश को ओडीएफ योजना में सर्वेश्रेष्ठ योगदान देने पर केंद्र सरकार से प्रशंसा पत्र भी मिला, लेकिन सरकार ने एक वर्ष का मानदेय रोक कर उन्हें बेरोजगार दिया है। सरकार को अविलंब प्रभाव से उनको दोबारा नियुक्ति देने के अलावा उनको उपायुक्त दरों पर स्थायी नौकरी देनी चाहिए। इसके अलावा नवगठित दादरी जिले में चार साल बीतने के बावजूद अभी तक कई योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं।

केंद्र व प्रदेश सरकार की संयुक्त ओडीएफ योजना की प्रोत्साहन राशि का प्रदेश के सभी 21 जिलों में वितरण किया गया लेकिन दादरी व बाढड़ा क्षेत्र के तीन हजार से अधिक लाभार्थी आज भी चार साल से इंतजार में है। उनका बकाया मानदेय व समायोजन प्रक्रिया भी ठंडे बस्ते में डाल दी गई है जो पांच हजार साक्षर प्रेरकों के साथ अन्याय है। सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि भाजपा सरकार ने यूपी में शिक्षा मित्रों व हरियाणा में साक्षर प्रेरकों को रोजगार से बेदखल कर तानाशाही का परिचय दिया है और वह इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाएंगे।

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