गुरू पूर्णिमा पर विशेष : धर्म के साथ खेलों में भी महंत वेदनाथ ने दिए अनेक नामी चेले

भिवानी में धार्मिक गुरु तो अनेक हैं पर एक गुरु ऐसे भी हैं जो धार्मिकता के साथ खेलों में भी विशेषकर कुश्ती में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दे चुके हैं। ये चेले आज भी जब भिवानी आते हैं तो गुरु के चरण वंदन कर उनका आशीर्वाद जरूर लेते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 08:23 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 08:23 AM (IST)
गुरू पूर्णिमा पर विशेष : धर्म के साथ खेलों में भी महंत वेदनाथ ने दिए अनेक नामी चेले
गुरू पूर्णिमा पर विशेष : धर्म के साथ खेलों में भी महंत वेदनाथ ने दिए अनेक नामी चेले

जागरण संवाददाता, भिवानी :

सही कहा है गुरु ही हैं जो भगवान से मिलने का रास्ता बताते हैं। मुकाम तक पहुंचना चेलों के लिए बड़ी उपलब्धि होता है तो गुरु के लिए भी यह बहुत बड़ी खुशी की बात होती है। छोटी काशी और मिनी क्यूबा भिवानी में धार्मिक गुरु तो अनेक हैं पर एक गुरु ऐसे भी हैं जो धार्मिकता के साथ खेलों में भी विशेषकर कुश्ती में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दे चुके हैं। ये चेले आज भी जब भिवानी आते हैं तो गुरु के चरण वंदन कर उनका आशीर्वाद जरूर लेते हैं। ये गुरु हैं जोगीवाला आश्रम के महंत वेदनाथ। महंत वेदनाथ के चेलों ने छोटी काशी मिनी क्यूबा को दिलाई है बड़ी पहचान इंटरनंशनल और भारत केसरी पहलवान धर्म पैंतावास, भारत केसरी जगबीर ग्रेवाल हरियाणा पुलिस डीएसपी, मनोज सिवाना झज्जर अर्जुन अवार्डी, भारत केसरी नाड अर्जुन अवार्डी, भारत केसरी विरेंद्र बल्ला बामला भीम अवार्डी और इंटरनेशनल, मोहित इंटरनेशनल बामला, प्रदीप पहलवान हेतमपुरा भारत केसरी, कृष्ण कटेसरा इंटरनेशनल, हवासिंह झामरी भारत केसरी, नरेश मोखरा इंटरनेशनल, श्रीपाल ग्रेवाल, सुरेश ग्रेवाल राष्ट्रीय पहलवान के अलावा अनेक पहलवानों की फौज गुरु महाराज ने तैयार की है। फिलहाल भी 25 से 30 पहलवान यहां आश्रम में अभ्यास कर रहे हैं। चेले बोले, गुरुजी ने सब तरह की सुविधाएं मुहैया कराई तो मिला मुकाम भारत केसरी धर्म कहते हैं गुरु महंत वेदनाथ सही मायने में सच्चे गुरु हैं। उन्होंने धार्मिकता के साथ खेलों में हम जैसों को हर सुविधा मुहैया कराई तो पहलवानी में अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान बनाई। भले ही वे पहलवान नहीं रहे लेकिन उनके लिए पहलवान गुरु से कम नहीं है। अब भी हम जब भिवानी जाते हैं तो सबसे पहले गुरुजी का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते। भारत केसरी जगबीर सिंह हरियाणा पुलिस में डीएसपी हैं। वे कहते हैं गुरुजी धार्मिकता के साथ खेलों के ज्ञान के सागर हैं। हम उनकी बदौलत ही आज इस मुकाम पर हैं। हम गुरुजी को चरणवंदन करते हैं।

खुशी इस बात की है कि आज भी वे आश्रम अखाड़े में पहलवान तैयार कर रहे हैं। जोगीवाला आश्रम छोटी काशी का धार्मिकता का भी मुख्य केंद्र है। यहां संस्कारों और भारतीयता की सीख दी जाती है। गुरुजी बोले यह तो हमारा धर्म है

गुरुजी महंत वेदनाथ बोले हर किसी का उत्तम स्वास्थ्य रहे। इसके लिए खेल सबसे जरूरी है। हमारे आश्रम में धार्मिकता के साथ संस्कारों की सीख भी दी जाती है। कोई किसी को कुछ नहीं देता। बच्चों ने मेहनत की ऊंचा मुकाम पाया। उनकी किस्मत ने साथ दिया। हमने उनके लिए जितना बन सका प्रयास किया। अब भी आश्रम में पहलवानी करने के लिए अनेक बच्चे आते हैं। हम उनके लिए जितना बन सकता है प्रयास करते हैं वे ऊंचा मुकाम हासिल करें। भगवान की कृपा है उन बच्चों को वह सब मिलता है जो ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए चाहिए। मैं तो यही कहूंगा बच्चों को आशीर्वाद वे कामयाब हों।

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