रोडवेज पर आंदोलन भारी, दिल्ली-चंडीगढ़ के लिए ठहरा पहिया

जागरण संवादाता भिवानी किसान आंदोलन का असर दूसरे दिन से रोडवेज पर भारी दिखने लगा है। श

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 05:54 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 05:54 AM (IST)
रोडवेज पर आंदोलन भारी, दिल्ली-चंडीगढ़ के लिए ठहरा पहिया
रोडवेज पर आंदोलन भारी, दिल्ली-चंडीगढ़ के लिए ठहरा पहिया

जागरण संवादाता, भिवानी: किसान आंदोलन का असर दूसरे दिन से रोडवेज पर भारी दिखने लगा है। शुक्रवार को भिवानी डिपो की बसें दिल्ली और चंडीगढ़ रूट के लिए बंद रही। दिल्ली जाने वाली बसें रोहतक तक ही पहुंच पाई। रोहतक से ये बसें लौट आई। इसी प्रकार चंडीगढ़ के लिए सुबह एक बस अंबाला तक पहुंची। इसके बाद बाकी बसें जींद तक पहुंची। इसके बाद बसों को लौटना पड़ा। दिल्ली के 16 और चंडीगढ़ के लिए चलती हैं नौ बसें

भिवानी डिपो से दिल्ली के लिए 16 रोडवेज बसें और कुछ प्राइवेट बसें चलती हैं। शुक्रवार को बसें दिल्ली के लिए रवाना तो हुई पर रोहतक से आगे नहीं जा सकी। चंडीगढ़ के लिए भिवानी से नौ बसें चलती हैं। इनमें एक बस ही अंबाला तक पहुंच पाई। बाकी जींद से वापस हुई। हिसार के लिए वाया तोशाम होकर चलाई बसें

हिसार के लिए चलने वाली रोडवेज बसों को वाया तोशाम होकर चलाया गया। मय्यड़ में रास्ता जाम होने की सूचना के बाद रूट वाया तोशाम डायवर्ट किया गया। इसके अलावा हांसी तक बसें चलाई गई। लोहारू दादरी मार्गों पर बसों की संख्या बढ़ाई

दिल्ली और चंडीगढ़ के रूट पर बसों की संख्या कम होने के कारण दादरी और लोहारू मार्ग पर अतिरिक्त बसें चलाई गई। इसके अलावा बहल और तोशाम रूट पर भी बसों की संख्या में बढ़ाई गई। लगातार दूसरे दिन यात्रियों की संख्या में आई कमी

बस अड्डे पर यात्रियों की संख्या लगातार दूसरे दिन कम रही। प्रतिदिन मिलने वाले यात्रियों के हिसाब से 20 फीसदी यात्री ही अपने गन्तव्य पर जाने के लिए घरों से निकले। इसके चलते डिपो के राजस्व में भी कमी आई। वर्जन

हमारे दिल्ली, चंडीगढ़ और हिसार रूट ही प्रभावित रहे। बाकी रूटों पर हमने बसों को चलाया। दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाली बसें बीच रास्ते से वापस आ गई। रास्ते खुलने के बाद फिर से सुचारू रूप से बसें चलाई जाएंगी।

-गुलाब सिंह, महाप्रबंधक भिवानी डिपो।

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