अतुलनीय अतुल, बिना ट्यूशन के 99 फीसद अंक हासिल किए

जिले के अधिकांश टापर्स ने बगैर ट्यूशन के ही शानदार प्रदर्शन किया है। लंबे समय तक किताबों में आंखें गड़ाए रहने से बेहतर वो बच्चे साबित हुए हैं जिन्होंने गंभीरता के साथ ध्यानपूर्वक पढ़ाई की। बेशक पढ़ने के घंटे ज्यादा नहीं थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 07:55 AM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 07:55 AM (IST)
अतुलनीय अतुल, बिना ट्यूशन के 99 फीसद अंक हासिल किए
अतुलनीय अतुल, बिना ट्यूशन के 99 फीसद अंक हासिल किए

जागरण संवाददाता, भिवानी: जिले के अधिकांश टापर्स ने बगैर ट्यूशन के ही शानदार प्रदर्शन किया है। लंबे समय तक किताबों में आंखें गड़ाए रहने से बेहतर वो बच्चे साबित हुए हैं, जिन्होंने गंभीरता के साथ ध्यानपूर्वक पढ़ाई की। बेशक पढ़ने के घंटे ज्यादा नहीं थे। फोटो-47

केवल 2 घंटे पढ़ाई करके अतुल ने हासिल किए सर्वाधिक अंक

हलवासिया विद्या विहार स्कूल के छात्र अतुल जांगड़ा ने सीबीएसई की परीक्षा में 99 फीसद अंक हासिल किए। इस छात्र ने बगैर ट्यूशन के रोजाना 2-2 घंटे पढ़कर ही यह सफलता हासिल की। ध्यानपूर्वक पढ़ा जाए तो जरूरी नहीं है कि कई घंटे लगातार पढ़ा जाए। जरूरी यह है कि बेशक 2 घंटे पढ़ो पर ध्यानपूर्वक। अतुल का सपना आईएएस अधिकारी बनने का है और वह अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व अभिभावकों को देते हैं। फोटो-35

97.8 फीसद अंक हासिल कर साहिल ने पार किया किनारा

बवानीखेड़ा निवासी साहिल ने 97.8 फीसदी अंक हासिल किए हैं। साहिल के पिता संजय मदान निजी कंपनी में कार्य करते हैं तो माता रजनी गृहिणी हैं। साहिल ने बताया कि वह बीके सीनियर सैकेंडरी स्कूल का छात्र है। उसने बिना ट्यूशन शिक्षकों के मार्गदर्शन में ही यह सफलता हासिल की है। वह रोजाना 15 से 16 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। आगे चलकर वह समाज के विकास एवं उत्थान के लिए कुछ अलग हटकर करना चाहता है। फोटो-36

शिक्षक की बेटी ने 97.6 फीसद अंक हासिल कर की कल्पना साकार

बवानीखेड़ा निवासी एक शिक्षक की बेटी कल्पना ने 97.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। गुलशन वधवा व लिपिक अनुपमा के घर पैदा हुई यह होनहार बेटी डाक्टर बनना चाहती है। सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा कल्पना ने बताया कि उसने कभी स्कूल मिस नहीं किया। स्कूल के अलावा रोजाना घर पर भी आठ घंटे पढ़ाई करती थी। उसने कहा कि कड़े परिश्रम के बल पर ही उसने यह सफलता हासिल की है। उसने कभी भी ट्यूशन का सहारा नहीं लिया। फोटो-46

किसान की बेटी ने हासिल किए 96.8 फीसद अंक

सरस्वती विद्या विहार भिवानी की छात्रा अनु ने 96.8 फीसद अंक हासिल किए हैं। यह छात्रा आइएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती है। गोलागढ़ निवासी अनु के पिता प्रदीप कुमार किसान हैं और मां सुशीला देवी घरेलू महिला हैं। ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी अनु ने साबित कर दिया है कि वह शहरी छात्रों से किसी भी मायने में कम नहीं है। फोटो-37

प्लंबर की बेटी ने 95.6 फीसद अंक हासिल किए

बवानीखेड़ा निवासी प्लंबर मुरारीलाल की बेटी बिंदु ने 95.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इस बेटी ने 500 में से 478 अंक प्राप्त किए हैं। वह आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहती है। सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा बिदु स्कूल के अलावा घर में 6 घंटे पढ़ती है। उसने कभी भी ट्यूशन का सहारा नहीं लिया। बिदु के पिता मुरारीलाल व मां पिकी देवी ने कहा कि वे दोनों तो ज्यादा शिक्षित नहीं हो पाए पर अब उन्हें अपनी बेटी पर आश है। उनकी बेटी उनका नाम अवश्य ही रोशन करेगी।

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