सीजन के बावजूद मंडी में छाई वीरानी, आढ़तियों में रोष

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी की नई अनाज मंडी में सरकार द्वारा सहकारी संस्था है

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Mar 2018 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 27 Mar 2018 06:17 PM (IST)
सीजन के बावजूद मंडी में छाई वीरानी, आढ़तियों में रोष
सीजन के बावजूद मंडी में छाई वीरानी, आढ़तियों में रोष

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी की नई अनाज मंडी में सरकार द्वारा सहकारी संस्था हैफेड के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद का कार्य जारी है। मंगलवार को हैफेड ने 250 क्विंटल सरसों की खरीद की। वहीं सरकारी खरीद में कई प्रकार के शर्ते लगाने, खरीद की सीमा तय करने से किसानों में रोष दिखाई दे रहा है। वहीं घोषणा के चार दिन बाद भी सरसों की सरकारी खरीद का कार्य आढ़तियों के माध्यम से शुरू नहीं हो पाया है। इससे फसल का सीजन होने के बावजूद दादरी की नई अनाजमंडी में वीरानी छाई हुई है। आढ़तियों ने भी खरीद प्रक्रिया को लेकर रोष जताया है तथा आरोप लगाया है कि पहली बार सरसों के फसल के सीजन में भी व्यापार, कारोबार पूरी तरह ठप है। हैफेड द्वारा अपने मंडी में खरीद केन्द्र पर सरसों की खरीद की जा रही है। सरसों की फसल सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 4000 रुपये प्रति क्विंटल पर की जा रही है। बाक्स :

शर्तो से किसानों में रोष

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद के लिए खरीद की सीमा निर्धारित की गई है। एक किसान से अधिकतम 25 क्विंटल और एक एकड़ भूमि पर 6 क्विंटल खरीद निर्धारित की गई है। किसानों को जमीनी रिकार्ड की तसदीक पटवारी से करवानी पड़ रही है। इसके अलावा कागजात संबंधी दूसरी शर्ते भी लागू की गई है। इसी के चलते अगेती फसल की कटाई होने के बाद भी दादरी की नई अनाजमंडी में काफी कम किसान अपनी फसलें लेकर पहुंच रहे है। बाक्स :

आढ़तियों ने जताया रोष

चार दिन पूर्व प्रदेश के सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर व हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन गोपाल शरण गर्ग ने घोषणा की थी कि 1.25 प्रतिशत कमीशन पर सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से की जाएगी। इसका पत्र मंगलवार तक भी जारी न होने से आढ़तियों के माध्यम से खरीद नहीं की जा सकी है। दादरी अनाज मंडी व्यापार मंडल के प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि सरकार की घोषणा पर अमल न होने से मंडियों में वीरानी छाई हुई है। आढ़ती सुबह से सायं तक खाली बैठे रहते है। उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। यहां की अनाज मंडी में ऐसी स्थिति पहली बार बनी है। उन्होंने सरकार से शीघ्र अति शीघ्र आढ़तियों के माध्यम से सरसों की खरीद शुरू करवाने की मांग की है। बाक्स :

श्रमिक भी परेशान

दादरी की नई अनाजमंडी में सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से शुरू न होने, हैफेड के खरीद केन्द्र पर काफी कम मात्रा में खरीद होने से मंडी के सैकड़ों श्रमिक भी इन दिनों परेशानियों के दौर से गुजर रहे है। पिछले सालों तक फसलों के सीजन में मंडी में सैकड़ों श्रमिकों, वाहन चालकों को लदान, उठान इत्यादि के कार्य में रोजगार मिलता था लेकिन इस बार स्थिति प्रतिकूल बनी हुई है।

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