सुना है अब मिलावट के बिना कुछ आता नहीं

पुकारती तुम्हें धरा धरा तुम्हें निहारती उठो जवान शान से धरा सदा निखारती.. गाय वाले खूंटे जब घर से निकल गए कुत्ते बिल्लियों से सजे घरबार हो गए.. सुना है कि अब मिलावट के बिना कुछ आता नहीं.. जैसी रचनाओं से कवियों ने देशभक्ति संस्कार और समाज की हकीकत से रूबरू कराया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 07:25 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 07:25 AM (IST)
सुना है अब मिलावट के बिना कुछ आता नहीं
सुना है अब मिलावट के बिना कुछ आता नहीं

जागरण संवाददाता, भिवानी : पुकारती तुम्हें धरा, धरा तुम्हें निहारती उठो जवान शान से धरा सदा निखारती.., गाय वाले खूंटे जब घर से निकल गए, कुत्ते बिल्लियों से सजे घरबार हो गए.., सुना है कि अब मिलावट के बिना कुछ आता नहीं.. जैसी रचनाओं से कवियों ने देशभक्ति, संस्कार और समाज की हकीकत से रूबरू कराया। सम्मेलन में पहुंचे नामीगिरामी कवियों ने अपनी रचनाओं पर भरपूर तालियां बटोरी। गांव तिगड़ाना के बाबा लटा धारी बिचला मंदिर में स्वधर्म शोध संस्था द्वारा दिल्ली के संस्थापक अनंगपाल तोमर द्वितीय की याद में हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आए कवियों ने समाज को सार्थक संदेश दिया। वहीं समाज की बुराइयों पर कटाक्ष भी किया।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इसके अलावा आरजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश बसई, ठाकुर विक्रम सिंह, वेदपाल तंवर विशिष्ट अतिथि रहे। मुख्य अतिथि ने कहा कि महापुरुषों की याद में हर वर्ष कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। उनकी यादगार के लिए प्रतिमाएं लगाई जाएं। इसके अलावा समाज को महापुरुषों से शिक्षा लेकर उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए। कवि सम्मेलन में योगेश समदर्शी मेरठ, सुप्रिया श्रीवास्तव गाजियाबाद, स्वदेश यादव अलीगढ़, विकास यशकीर्ति भिवानी, बिजेंद्र गाफिल, डा. मनोज भारत भिवानी, डा. मानसिंह दहिया भिवानी, शकुंतला काजल जींद, कर्मबीर तिगड़ाना, विकास कायत, आचार्य विनोद भिवानी आदि ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की और खूब वाह वाही लूटी। छह वर्षीय छोटी बच्ची राधिका तंवर के श्रीकृष्ण भगवान के नाम का भजन सुनाया तो उसे खूब शाबाशी मिली। अभिजीत लालसिह, पूर्व चेयरमैन भवानीप्रताप, नसीब सुंगरपुर, नरेंद्र बवानीखेड़ा, कर्णजीत सिंह, राजेश प्रधान, धीरेंद्र तंवर, अशोक सिंह तंवर, रमेश सोनी, सूबे सिंह, कप्तान राजपाल, दीपा तंवर ने इस तरह के आयोजना की सराहना की। महापुरुषों को याद किया। आयोजकों को बेहतरीन आयोजन के लिए बधाई दी। आयोजकों में स्वधर्म शोध संस्थान के अध्यक्ष कर्मबीर तंवर, सचिव विनोद जाटू लोहारी, कोषाध्यक्ष एडवोकेट नवीन कुमार, उपाध्यक्ष संजय सुंगरपुर, अभिषेक रामुपुरा, सह सचिव विपिन तंवर, सतेंद्र पटवारी, प्रवीण काले, डा. यशपाल तंवर आदि शामिल रहे।

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