दूसरे दिन भी बंद रहे सरकारी बैंक, उपभोक्ता परेशान, करोड़ों का लेन देन प्रभावित

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : वेतन में महज दो फीसद बढ़ोतरी के विरोध में राष्ट्रीयकृत सर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 31 May 2018 10:52 PM (IST) Updated:Thu, 31 May 2018 10:52 PM (IST)
दूसरे दिन भी बंद रहे सरकारी बैंक, उपभोक्ता परेशान, करोड़ों का लेन देन प्रभावित
दूसरे दिन भी बंद रहे सरकारी बैंक, उपभोक्ता परेशान, करोड़ों का लेन देन प्रभावित

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : वेतन में महज दो फीसद बढ़ोतरी के विरोध में राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंकों के कर्मचारी यूनाइटिड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। हड़ताल पर रहने से करोड़ों का वित्तीय कारोबार के प्रभावित होने के साथ ही आम लोगों की भी परेशानी बढ़ गई। ज्यादातर एटीएम में रूपये नहीं होने व कुछ एटीएम पर लोगों की लंबी लाइनों से काफी परेशानियां देखी गईं। डिजिटल इंडिया की थीम पर बैं¨कग से संबंधित होने वाले आनलाइन कार्य भी प्रभावित हुए है। आम लोगों को हुई परेशानियों के अलावा चेक क्लियरेंस की सेवाएं भी प्रभावित हुईं। देशव्यापी हड़ताल में दादरी जिले में स्थित राष्ट्रीयकृत विभिन्न सरकारी बैंकों के कर्मचारी भी शामिल हैं। कर्मचारियों का कहना हैं कि उनके वेतन में हर पांच साल में बढ़ोतरी की जाती हैं। वेतन बढ़ोतरी को आइबीए व बैंक यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक में तय किया जाता हैं। इस बार हुई बैठक में आइबीए ने वेतन में मात्र दो प्रतिशत बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव रखा। जिसके विरोध में कर्मचारियों ने हड़ताल करने का निर्णय लिया। कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल की सूचना बैंकों के गेट पर ही नोटिस चस्पा दी गई थी।

वेतन बढ़ोत्तरी की है मांग

बैंक कर्मचारियों का कहना हैं कि पिछले पांच वर्षों से उनके वेतन में बढ़ोतरी नहीं हुई हैं। उन्होंने बताया कि बैंक कर्मचारियों के वेतन में हर पांच साल में संशोधन किया जाता हैं। इस वेतन संशोधन में बढ़ोतरी को लेकर इंडियन बैंक एसोसिएशन व बैंक यूनियनों के बीच बैठक की जाती हैं। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि यह वेतन संशोधन नवंबर 2017 से अधर में लटका हुआ हैं। वेतन बढ़ोतरी को लेकर आइबीए व यूनियन के बीच हुई बैठक में आइबीए द्वारा केवल दो प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया। जिसके विरोध में बैंक कर्मचारियों द्वारा दो दिन की हड़ताल की जा रही हैं। एटीएम खाली होने से बढ़ी मुश्किलें

हड़ताल के कारण सरकारी बैंक की कार्य प्रणाली ठप रही, वहीं एटीएम भी खाली होने से लोगों की मुश्किलें ओर भी बढ़ती नजर आई। इसके चलते लोगों को जरूरी कामों के लिए धनराशि नहीं मिल सकी। जीएसटी लागू होने के बाद अधिकांश ट्रांजेक्शन बैंकों पर ही निर्भर रहती है। ऐसे में लगातार दो दिन तक बैंकों की हड़ताल से व्यापार पर भी काफी फर्क पड़ा। करोड़ों का लेन देन प्रभावित

दादरी जिले के सभी राष्ट्रीयकृत सरकारी बैंकों में लगातार दूसरे दिन बृहस्पतिवार को भी कर्मचारियों द्वारा काम बंद करने से करोड़ों रूपए का लेन देन प्रभावित हुआ। स्थानीय व्यापारिक प्रतिष्ठानों, उद्योगों, संस्थाओं, सरकारी महकमों व आम लोगों से जुड़ा लेन देन नहीं हो सका। मोटे अनुमान के अनुसार दूसरे दिन 20 करोड़ रुपये लेन देन प्रभावित हुआ।

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