टैंकों में चार दिन का पानी शेष, आज से एक दिन छोड़ कर आएगा पानी
जागरण संवाददाता भिवानी गर्मी ने अभी सही से दस्तक दी भी नहीं है और पेयजल संकट गहराने लगा
जागरण संवाददाता, भिवानी : गर्मी ने अभी सही से दस्तक दी भी नहीं है और पेयजल संकट गहराने लगा है। मुख्य जलघर के टैंकों में पानी अब मुश्किल से चार दिन का शेष बचा है। जनस्वास्थ्य विभाग ने 10 मार्च से एक दिन छोड़ कर पानी की सप्लाई देने का निर्णय लिया है। नहर में पानी 18 मार्च को आएगा। इसलिए पानी की राशनिग शुरू की गई है। पांच दिन पहले सप्लाई का समय 15 मिनट घटाया गया था। पहले यह बताया जा रहा था कि नहर में पानी 15 को आएगा। अब यह कहा जा रहा है कि नहर तीन दिन और लेट आएगी। ऐसे में सुचारू आपूर्ति के लिए राशनिग का सहारा लिया जा रहा है। साथ ही शहर वासियों से यह अपील की गई है कि पानी की बर्बादी बिल्कुल न करें। जहां जरूरी हो उसी के हिसाब से पानी का प्रयोग करें। शहर की आबादी पौने तीन लाख और प्रति व्यक्ति दिया जा रहा 150 लीटर पानी
शहर में प्रति व्यक्ति 150 लीटर पानी दिया जा रहा है। फिलहाल टैंकों में पानी की कम ही बचा है। ऐसे में पानी जन स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ गई है। मुख्य जलघरों में पानी की कमी के एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि दो टैंकों को खाली कर उनकी जगह एक बड़ा टैंक बनाया जा रहा है। उसके निर्माण पर तेजी से काम चल रहा है। अमरूत योजना के तहत बन रहा है यह टैंक मई माह के अंत तक तैयार हो पाएगा। शहर और सेक्टर वासियों के लिए पानी टैंकर बने हैं सहारा
सेक्टर 13 ओर 23 के अलावा शहर में पेयजल संकट गहरा गया है। पानी के टैंकर खरीद कर गुजारा करने को शहर वासी मजबूर हो रहे हैं। पेयजल आपूर्ति नहीं होने से शहर वासियों पर अब पानी खरीदने के चलते अतिरिक्त आर्थिक बोझ आ पड़ा है। नागरिकों को प्रति टैंक 600 से 800 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। नागरिकों में पेयजल संकट बढ़ने से गुस्सा बढ़ रहा है। शहर वासियों को यहां से सप्लाई होता पानी
* लोहड़ जोन।
* कीर्तिनगर जोन।
* विद्यानगर जोन।
* हाउसिग बोर्ड जोन।
* विद्यानगर बूस्टिग स्टेशन।
नहर में 18 को पानी आएगा, नागरिकों से सहयोग अपेक्षित
18 मार्च को नहर में पानी आएगा। फिलहाल एक दिन छोड़ कर पानी सप्लाई करने का निर्णय लिया गया है। राशनिग को लेकर शहर और सेक्टर वासियों से सहयोग अपेक्षित है। जैसे ही नहर में पानी आता है सभी टैंक भर दिए जाएंगे। विशेष आग्रह यह भी है कि शहर वासी पानी की बर्बादी न करें ताकि हर किसी को जरूरत के अनुसार पानी मिल सके।
बलविद्र नैन, कार्यकारी अभियंता, जन स्वास्थ्य विभाग।