विषम परिस्थितियों में भी लड़कर जीतेंगे : किसान

कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने के 133वें दिन वक्ताओं ने कहा कि किसान ने हमेशा विषम परिस्थितियों में काम कर जीत हासिल की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 06:28 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 06:28 AM (IST)
विषम परिस्थितियों में भी लड़कर जीतेंगे : किसान
विषम परिस्थितियों में भी लड़कर जीतेंगे : किसान

जागरण संवाददाता, भिवानी : कितलाना टोल पर किसानों के अनिश्चितकालीन धरने के 133वें दिन वक्ताओं ने कहा कि किसान ने हमेशा विषम परिस्थितियों में काम कर जीत हासिल की है। आज भी उसी मुकाम पर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में देर लग सकती है लेकिन आखिर में जीत किसानों की ही होगी।

उन्होंने कहा कि जब आंदोलन शुरू हुआ तब सरकार सोच रही थी कि पंजाब के किसानों का हरियाणा साथ नहीं देगा। किसान आंदोलन को चले 163 दिन हो गए हैं हरियाणा के किसान ही नहीं हर वर्ग डटकर आंदोलन में साथ खड़ा है। यही वजह है कि ये आंदोलन जनांदोलन बन गया है और मजबूती से संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में तीन काले कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।

कितलाना टोल पर 133वें दिन खाप सांगवान 40 के सचिव नरसिंह डीएपी, खाप श्योराण 25 के प्रधान बिजेंद्र बेरला, किसान सभा के रणधीर कुंगड़, दयानंद यादव, मीरसिंह निमड़ीवाली, निम्बो, बीरमति, संतोष देशवाल ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। इस मौके पर सभी किसानों ने पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री अजीत सिंह, प्रदेश के पहले पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर महासिंह, पूर्व शिक्षा मंत्री बहादुर सिंह के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

अध्यक्ष मंडल ने कहा कि सरकार कोरोना का भय दिखाकर आंदोलन को दबाना चाहती है। धरने का मंच संचालन कामरेड ओमप्रकाश ने किया। इस अवसर पर मास्टर ताराचन्द चरखी, सुरेन्द्र सांगवान कुब्जानगर, सुखदेव पालवास, धर्मेन्द्र छपार, सूबेदार सतबीर सिंह, समुन्द्र सिंह कितलाना, शमशेर सांगवान, सत्यवान कालूवाला, ऋषिपाल डुडीवाला, मन्शाराम साहूवास, रामफल देशवाल, सुरेश पन्डित, प्रीतम चेयरमैन, सुलतान खान, प्रताप सिंहमार, रमेश कोच, कप्तान रामफल डोहकी, सुबेदार कंवरसेन चंदेनी इत्यादि मौजूद थे।

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