किसानों ने बबीता फौगाट के आगमन पर जतायसा विरोध, धरना देकर की नारेबाजी
कृषि संबंधी तीन कानूनों का रद करवाने की मांग को लेकर लगा
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : कृषि संबंधी तीन कानूनों का रद करवाने की मांग को लेकर लगातार किसान संगठन विभिन्न माध्यमों से सरकार पर दबाव बना रहे हैं। इसी के चलते दादरी जिले की विभिन्न खापों द्वारा भाजपा-जजपा नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जा रहा है।
वीरवार को लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में महिला बाल विकास निगम की चेयरपर्सन बबीता फौगाट के शामिल होने की सूचना पर दादरी शहर स्थित स्वामी दयाल धाम पर विभिन्न खापों समेत सामाजिक संगठनों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें सांगवान खाप चालीस के प्रधान व दादरी विधायक सोमबीर सांगवान बैठक में पहुंचे। बैठक में लघु सचिवालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पहुंची भाजपा नेत्री बबीता फौगाट का विरोध करने का निर्णय लिया गया। विभिन्न खापों के पदाधिकारी व किसान स्वामी दयाल धाम से लघु सचिवालय की ओर रवाना हुए। इस दौरान पुलिस ने किसानों को भगवान परशुराम चौक पर बैरीकेटस लगाकर रोक दिया। पुलिस व किसान नेताओं की झड़प के बाद किसान लघु सचिवालय पहुंचे। लघु सचिवालय में भारी पुलिस बल तैनाती के कारण किसानों को कार्यक्रम स्थल से दूर ही रोक दिया गया। जिसके बाद किसानों ने वहीं बैठकर धरना देना शुरू कर दिया। किसानों ने जमकर सरकार विरोधी नारे भी लगाए।
विरोध रहेगा जारी: बलवंत
खाप फौगाट उन्नीस के प्रधान बलवंत फौगाट ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाजपा-जजपा के नेताओं का विरोध इसी तरह जारी रहेगा। वीरवार को उन्होंने काले झंडे दिखाकर शांतिपूर्वक अपना विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद नहीं होंगे उनका आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस बल रहा तैनात
किसानों द्वारा भाजपा नेत्री के विरोध को लेकर वीरवार को पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखाई दिया। शहर के भगवान परशुराम चौक पर बैरीकेट्स लगाकर वन वे किया हुआ था। इसी तरह लोकनिर्माण विश्राम गृह के सामने, तहसील रोड, लघु सचिवालय में भारी पुलिस बल तैनात रहा। ये रहे मौजूद
विरोध प्रदर्शन में खाप फौगाट उन्नीस के प्रधान बलवंत नंबरदार के अलावा खाप के सचिव सुरेश फौगाट, शमशेर सिंह, कृष्ण फौगाट, सुनील पहलवान, रणधीर कुंगड़, धर्मपाल महराणा, राजबीर टिकाण, महासिंह मौड़ी, ईश्वर रावलधी, विद्यानंद कमोद, भूपेंद्र समसपुर, सुरेंद्र नंबरदार, वेद मकड़ानी इत्यादि भी उपस्थित रहे।