मेरा पानी मेरी विरासत योजना में शामिल किसानों को मिलेगी सात हजार प्रोत्साहन राशि

मेरा पानी मेरी विरासत योजना में सम्मिलित होकर किसान सात हजा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:34 PM (IST)
मेरा पानी मेरी विरासत योजना में शामिल किसानों को मिलेगी सात हजार प्रोत्साहन राशि
मेरा पानी मेरी विरासत योजना में शामिल किसानों को मिलेगी सात हजार प्रोत्साहन राशि

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : मेरा पानी मेरी विरासत योजना में सम्मिलित होकर किसान सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि का लाभ उठा सकते हैं। किसानों को धान और बाजरे के स्थान पर वैकल्पिक फसलें उगानी चाहिए। गांव मिर्च में किसान जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा. रोहताश सिंह ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने पानी को बचाने के मकसद से मेरा पानी मेरी विरासत योजना आरंभ की है और इसके काफी लाभकारी परिणाम सामने आए हैं। प्रदेश के हजारों किसान इस स्कीम में शामिल होकर लाखों लीटर पानी की बचत कर चुके हैं। खेती में पानी का दोहन होने से कुछ किसान तो अच्छी सिचाई कर रहे हैं जबकि कई ऐसे कृषक हैं, जिन्हें मुश्किल पानी मिल पाता है। उन्होंने कहा कि किसान 25 जून तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवा कर अपनी फसल का विवरण लिखें। पिछले साल और इस साल धान की रोपाई ना करने वाले सभी किसानों को सात हजार प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि धान के बजाय किसान मूंग, अरहर, कपास, मक्का, उड़द, ग्वार, मूंगफली, पशुचारा तथा सब्जियां लगा सकते हैं। डा. रोहताश सिंह ने बताया कि बाजरे के बजाय उड़द व मूंग की बुआई करने वाले कृषक को सरकार चार हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि देगी। यह राशि केवल इन्हीं दोनों फसलों के लिए मिलेगी ना कि अन्य किसी फसल की बुआई पर। धान व बाजरा अधिक सिचाई वाली फसलें हैं। इनको छोड़कर वैकल्पिक फसलें लेने से हम पानी को बचा सकते हैं। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए भी पानी बचा रहेगा। गांव मिर्च के किसानों ने कृषि अधिकारियों को धान नहीं लगाने का आश्वासन दिया। अधिकारियों की ली बैठक

डा. रोहताश सिंह ने कृषि विभाग के नई अनाजमंडी स्थित कार्यालय में विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और उनको मेरा पानी मेरी विरासत योजना का प्रचार-प्रसार करने तथा किसानों को धान नहीं लगाने के लिए प्रेरित करने बारे मुहिम चलाने को कहा। जिले के उप कृषि निदेशक बलवंत सहारण ने कहा कि सभी कर्मचारी व अधिकारी लगातार किसानों को मेरा पानी मेरी विरासत अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इस मौके पर उपमंडल कृषि अधिकारी दलबीर सिंह, मदनपाल शर्मा, हरबंश, नितिन खंडेलवाल, अजय भामा, पूर्व सरपंच देवेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी