मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण करवाने को लेकर खासी दिक्कतों से जूझ रहे हैं किसान

जागरण संवाददाता चरखी दादरी मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 08:52 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:52 AM (IST)
मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण करवाने को लेकर खासी दिक्कतों से जूझ रहे हैं किसान
मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर पंजीकरण करवाने को लेकर खासी दिक्कतों से जूझ रहे हैं किसान

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए इन दिनों किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान दिनभर सीएससी सेंटर्स पर भागदौड़ करते देखे जा सकते है। पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 जून होने से किसानों की चिताएं और अधिक बढ़ गई है। सर्वर डाउन होने से और एक साथ अधिक लोगों के पोर्टल पर जाने के कारण किसानों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। पिछले तीन दिन से पोर्टल पर लोड अधिक होने से रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे हैं। 11 जून से इस पोर्टल की शुरुआत हुई थी। इसके बाद किसान इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा रहे थे। पिछली बार मेरा पानी और मेरी विरासत के लिए अलग से पोर्टल था, लेकिन इस बार किसानों को दो स्थानों पर पंजीकरण न करवाना पड़े इसके लिए इसे मेरी फसल मेरा ब्यौरा से जोड़ा गया है। ऐसे में एक साथ दोनों पोर्टल के जोड़ने से डाटा काफी बढ़ गया है। एक किसान को पंजीकरण करवाने में ही एक घंटे से अधिक का समय लग रहा है। पंजीकरण में किसान का आधार कार्ड, पहचान पत्र, बैंक अकाउंट पासबुक और कृषि योग्य भूमि के कागज की जानकारी देनी होती है। 7 हजार रुपये प्रति एकड़ मिलेगी प्रोत्साहन राशि

गिरते भूजल के चलते इस बार सरकार ने धान का करीब दो लाख एकड़ रकबा कम करते करीब 12 लाख हेक्टेयर का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए सरकार मेरा पानी, मेरी विरासत योजना अपनाने वाले किसानों को प्रति एकड़ 7 हजार रुपये का भुगतान कर रही है। इसके तहत धान की बजाय किसान मूंग, अरहर, कपास, मक्का, उड़द, ग्वार, मूंगफली, पशुचारा तथा सब्जियां लगा सकते हैं। इसके अलावा बाजरा की बजाय उड़द व मूंग की बुआई करने वाले किसान को सरकार चार हजार रूपये प्रति एकड़ के अनुसार प्रोत्साहन राशि देगी। जो किसान ऐसा करते हैं, उनको मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी है, तभी किसान को सरकारी मदद मिल सकेगी। नए पंजीकरण करवाने वालों को दिक्कत : सहारण

कृषि विभाग के उप निदेशक बलवंत सहारण ने बताया कि जिन किसानों ने पिछले वर्ष पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था। उन्हें इस वर्ष पंजीकरण करवाने में कोई दिक्कतें नहीं आ रही है। इसके अलावा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने वाले नए किसानों को परेशानी आ रही है। सर्वर डाउन की समस्या को लेकर उन्होंने उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया हुआ है। जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी