मधुमक्खी पालन से किसान बढ़ा सकते हैं आय, 20 लाख की योजना पर मिलेगा आठ लाख अनुदान
जागरण संवाददाता चरखी दादरी किसानों को खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसायों को भी अपनाना चाहिए ता
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : किसानों को खेती के साथ-साथ अन्य व्यवसायों को भी अपनाना चाहिए ताकि उनकी आमदनी में और ज्यादा इजाफा हो सके। राज्य सरकार ने मधुमक्खी पालकों व शहद के व्यवसाय के उत्थान के लिए प्रदेश में नया मिशन लागू किया है। जिला बागवानी अधिकारी डा. राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार मधुमक्खी पालकों व शहद के व्यवसाय के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। सरकार द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन व हनी मिशन, एनबीएचएम के अंतर्गत मधुमक्खी पालन, संवर्धन प्रोजेक्टस पर अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन उपकरणों की निर्माण इकाई मद में 20 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम आठ लाख रुपये प्रति परियोजना की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। इसी प्रकार से प्रति परियोजना पर पालकों को पंजीकरण एवं बीमा की सुविधा दी गई है। उन्होंने बताया कि कस्टम हायरिग केंद्र मद में 75 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 25 लाख रुपये प्रति परियोजना, प्रशिक्षण 200 घंटे के लिए, 25 प्रतिभागी प्रति बैच मद में कौशल विकास के मापदंडों के अनुसार 800 रुपये प्रतिदिन, प्रतिभागी, शहद और उत्पादों का संग्रह, व्यापार, ब्रांडिग, विपणन इत्यादि केंद्र मद में 30 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 30 लाख रुपये प्रति परियोजना, शहद और अन्य प्रसंस्करण इकाइयां प्लांट मद में 500 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 300 लाख रुपये प्रति परियोजना, शहद और अन्य मधुमक्खी, शीत भंडारण आदि मद में 80 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 40 लाख रुपये प्रति परियोजना तथा टेस्टिग लैब मद में 100 लाख रुपये के प्रोजेक्ट पर अधिकतम 50 लाख रुपये प्रति परियोजना की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। डा. राजेश ने बताया कि मधुमक्खी पालक बी ब्रीडर्स, मधुमक्खी कालोनियों, मधुमक्खी के बक्से, सुपर सहित, मधुमक्खी पान उपकरण व प्रशिक्षण के लिए एमआइडीएच योजना के अंदर लाभ ले सकते हैं।