किसान आंदोलन उग्र, रास्ते से लौटी बसें, हिरासत में कई किसान

जागरण संवाददाता भिवानी किसान आंदोलन उग्र हो रहा है। जीटी बेल्ट पूरी तरह से जाम हो गया

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 04:29 AM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 04:29 AM (IST)
किसान आंदोलन उग्र, रास्ते से लौटी बसें, हिरासत में कई किसान
किसान आंदोलन उग्र, रास्ते से लौटी बसें, हिरासत में कई किसान

जागरण संवाददाता, भिवानी: किसान आंदोलन उग्र हो रहा है। जीटी बेल्ट पूरी तरह से जाम हो गया तो दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाली रोडवेज बसों को बीच रास्ते से वापस आना पड़ा। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली कूच कर रहे किसानों को तोशाम के ईशरवाल में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनको पांच घंटे बाद छोड़ा गया। वहीं ढिगावा मंडी से किसान कच्चे रोस्तों से गुटों में बंटकर निकले। किसान दिल्ली पहुंच कर प्रदर्शन करना चाह रहे हैं। वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह नाके लगाकर चेकिग अभियान भी चलाया।

किसान आंदोलन के चलते दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाले रास्ते प्रभावित है। उन मार्गों पर दिल्ली के लिए किसान प्रदर्शन कर रहे है। उनका साथ देने के लिए जिले के किसान भी प्रदर्शन करते हुए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उनको पहले ही पकड़ लिया। कुछ नेताओं को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं किसान नेताओं की गिरफ्तारी और किसानों को जाने से रोकने पर बाकी किसान भी उग्र हो गए है। वह तीन कानून के खिलाफ किसी तरह दिल्ली पहुंच प्रदर्शन करना चाहते हैं। नहीं पहुंची गंतव्य तक बसें

भिवानी डिपो से सभी रोडवेज बसें अपने-अपने रूट पर दौड़ी। राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते दिल्ली और चंडीगढ़ जाने वाली बसें प्रभावित रही। चंडीगढ़ जाने वाली बसों में कोई भी बस चंडीगढ़ नहीं पहुंची। दिल्ली जाने वाली बसों में तीन बसें दिल्ली पहुंची बाकी बीच रास्ते से लौट आई।

दिल्ली रूट पर भिवानी डिपो की 16 बसें चलती हैं। इनमें सुबह तीन बसें दिल्ली पहुंची। बाकी बसें सांपला और कई जगह रास्ते जाम होने के चलते वापस आ गई। इसी प्रकार चंडीगढ़ जाने वाली 9 बसें पानीपत से और वाया जींद जाने वाली बसों में कैथल से वापस आ गई। सुबह एक बस अंबाला तक पहुंची। चंडीगढ़ से आने वाली दो बसें भिवानी पहुंची। यात्रियों की संख्या रही कम

राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते यात्री घरों से बहुत कम निकले। भिवानी अड्डे पर यात्रियों की संख्या सामान्य तौर पर रहने वाली संख्या से मात्र 20 फीसदी यात्री ही पहुंचे। इसक चलते डिपो की आमदनी भी वीरवार को न के बराबर रही। आमतौर डिपो का राजस्व हर रोज 12 लाख के लगभग प्रतिदिन होता है। हड़ताल के चलते यह आंकड़ा तीन लाख तक भी नहीं पहुंच पाया। वर्जन

हमने डिपो की सभी बसों को रूटों पर चलाया। दिल्ली और चंडीगढ़ के रूट ही हड़ताल के चलते प्रभावित रहे। बाकी रूटों पर बसें चली। हालांकि सवारी बहुत कम मिली। बसों को दिनभर चलाया गया।

गुलाब सिंह, महाप्रबंधक, रोडवेज डिपो, भिवानी।

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