जिला बनने के पांच वर्ष बाद भी जनसमस्याओं का नहीं हो रहा निदान, पूर्व मंत्री सतपाल ने सीएम को लिखा पत्र

जागरण संवाददाता चरखी दादरी प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने दादरी जिले से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 11:51 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 11:51 PM (IST)
जिला बनने के पांच वर्ष बाद भी जनसमस्याओं का नहीं हो रहा निदान, पूर्व मंत्री सतपाल ने सीएम को लिखा पत्र
जिला बनने के पांच वर्ष बाद भी जनसमस्याओं का नहीं हो रहा निदान, पूर्व मंत्री सतपाल ने सीएम को लिखा पत्र

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान ने दादरी जिले से संबंधित विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा है। पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि प्रदेश में आपकी सरकार को बने पांच साल हो गए हैं। लेकिन दादरी में कोई विकास कार्य नहीं हुए हैं। उन्हें इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए। सांगवान ने पत्र में कहा कि दादरी जिले के गांव इमलोटा, बिगोवा, मोरवाला, सरूपगढ़, सातौर, कन्हेटी, निमली, जयश्री इत्यादि गांवों के खेतों में बरसाती पानी खड़ा होने से फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। इस बारे में वे कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल से भी बात कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में वे जल्द से जल्द गिरदावरी करवाकर किसानों को उनकी फसल का उचित मुआवजा दिलवाएं। पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि दादरी जिला भी हरियाणा का ही हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री हर माह केवल 20 मिनट भी यदि दादरी जिले के विकास पर ध्यान दें तो यहां पर व्यवस्था ठीक हो सकती है। उन्होंने पत्र में ये भी कहा कि जब वे मंत्री थे उस समय वे स्टीम्युलेटिड पैकेज के तहत सीवरेज व पेयजल व्यवस्था के लिए 50 करोड़ रुपये लेकर आए थे। इनमें से 17 करोड़ रुपये सरकार ने वापिस करवा लिए थे। उन्होंने कहा कि दादरी में बरसाती पानी निकासी व्यवस्था बनाने के लिए अलग से बजट की व्यवस्था की जाए तथा जनस्वास्थ्य विभाग में पूरा स्टाफ तैनात किया जाए। कालेज तक जल्द बनवाई जाए सड़क

पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान ने कहा कि सरकार की ओर से दादरी जिला मुख्यालय पर एक राजकीय पीजी कालेज भी मंजूर किया गया है। इसके लिए यहां की जनता मुख्यमंत्री का धन्यवाद करती है। फिलहाल किसान माडल स्कूल के भवन में कालेज की कक्षाएं लगाने की मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में किसान माडल स्कूल का भवन बनवाया गया था। लेकिन पिछले आठ वर्षों से मरम्मत न होने के कारण इस भवन में हादसे होने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा यह स्कूल शहर से कुछ किलोमीटर दूर है तथा मेन रोड से करीब आधा किलोमीटर अंदर है। लेकिन भवन तक पहुंचने के रास्ते के नाम पर सिर्फ गड्ढे हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में वे शिक्षा मंत्री कंवर पाल से भी बात कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। ऐसे में जल्द से जल्द इस सड़क को बनवाया जाए।

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