कर्मचारी संगठनों ने बाढड़ा में निकाला रोष मार्च
केंद्र व प्रदेश सरकार की कर्मचारी किसान गरीब मजदूर विरोधी नीति
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : केंद्र व प्रदेश सरकार की कर्मचारी, किसान, गरीब, मजदूर विरोधी नीतियों को लेकर कर्मचारी संगठनों ने वीरवार को कामकाज बंद कर अनाज मंडी में रोष मार्च निकाला। कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तथा किसान कर्मचारी नेताओं को रात्रि को बंधक बनाने व दिल्ली जा रहे जत्थों पर लाठीचार्ज करने की निदा की।
बाढड़ा कस्बे की अनाज मंडी में सर्व कर्मचारी संघ हलकाध्यक्ष दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में हुई रोष मार्च में मौजूद कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेता प्रविद्र भांडवा ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की कर्मचारी, किसान, गरीब मजदूर विरोधी नीतियों से देश भर में सभी वर्गो में हताशा का माहौल है। सरकार कर्मचारियों, किसानों व बेरोजगारों की मांगों को मंजूर करने की बजाए उनका उत्पीड़न कर रही है। दिल्ली में शांति से प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को पहले ही घर से उठाकर अज्ञात स्थानों पर बंधक बनाया गया वहीं प्रदेश के कई जिलों में किसानों के जत्थों पर वाटर केनन, लाठीचार्ज का प्रयोग करने व गिरफ्तारी से साफ हो गया कि भाजपा सरकार लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती बल्कि तानाशाही में ज्यादा भरोसा करती है।
केंद्र सरकार को किसानों व कृषि क्षेत्र में लागू किए गए तीनों कानूनों को तुरंत वापस लेना चाहिए व कर्मचारियों की सभी लंबित मांगों को अविलंब पूरा करना चाहिए। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू नेता सुमेर सिंह धारणी ने किया। इस अवसर पर जितेन्द्र दगड़ौली, धर्मेद्र हड़ौदा, रोहताश, सुरेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश नांधा, विरेन्द्र मांढी, कृष्ण मोद, कुलदीप पिचौपा, संजय जीतपुरा, एमडीएम प्रधान बबली देवी, बिमला काकड़ौली, राजबाला मोद, अनिता, माया देवी, मीना, सुनीता, गीता देवी, सुरेन्द्र, धर्मबीर, रणबीर सिंह इत्यादि सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।