धरती हमारी मां है और इसकी देखभाल करना हमार क‌र्त्तव्य है: जेपी दलाल

प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि धरती हमारी मां है और इसकी सही ढंग से देखभाल करना हमारा परम क‌र्त्तव्य है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी ही महत्वाकांक्षी योजना के तहत मिट्टी की जांच करने की योजना देशभर में लागू है जिसके लिए सायल हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। हमें किसी भी तरह से भूमि-पानी आदि प्राकृतिक स्त्रोतों का अत्यधिक दोहन नहीं करना है। कृषि भूमि को उसकी जरूरत के अनुरूप खाद व अन्य पोषक तत्व देना भी जरूरी है। कृषि मंत्री रविवार को विश्व मृदा दिवस पर कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान दस किसानों को कृषि यंत्रों को सब्सिडी के लाखों रुपए के चैक भेंट किए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:27 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:27 PM (IST)
धरती हमारी मां है और इसकी देखभाल करना हमार क‌र्त्तव्य है: जेपी दलाल
धरती हमारी मां है और इसकी देखभाल करना हमार क‌र्त्तव्य है: जेपी दलाल

जागरण संवाददाता, भिवानी : प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि धरती हमारी मां है और इसकी सही ढंग से देखभाल करना हमारा परम क‌र्त्तव्य है। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी ही महत्वाकांक्षी योजना के तहत मिट्टी की जांच करने की योजना देशभर में लागू है, जिसके लिए सायल हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। हमें किसी भी तरह से भूमि-पानी आदि प्राकृतिक स्त्रोतों का अत्यधिक दोहन नहीं करना है। कृषि भूमि को उसकी जरूरत के अनुरूप खाद व अन्य पोषक तत्व देना भी जरूरी है। कृषि मंत्री रविवार को विश्व मृदा दिवस पर कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान दस किसानों को कृषि यंत्रों को सब्सिडी के लाखों रुपए के चैक भेंट किए।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसान की दशा व दिशा सुधारने के लिए एमएसपी से अधिक फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए नीतियां बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली साल के अपेक्षा इस बार जिला में अधिक डीएपी व यूरिया पहुंची है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान की हर समस्या का समाधान करने के लिए तैयार है। किसानों की भलाई के जिला में बागवानी, कृषि व लुवास के सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं ताकि किसान खेती के बारे में नवीनतम जानकारी ले सकें। उन्होंने कहा कि किसानों को मूंग की फसल में हुए नुकसान की भी भरपाई की जाएगी।

कृषि मंत्री ने कहा कि आज हमारे देश में खाद्यान्न की कमी नहीं है, बल्कि हमें जमीन की उर्वरा शक्ति व खाद्यान्न गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसानों को जमीन की तासीर के अनुरूप ही खेती करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले ड्रा के आधार पर सब्सिडी दी जाती थी, लेकिन उन्होंने सीएम से अनुरोध करके सभी किसानों को सब्सिडी दिलवाने का काम किया। इस अवसर पर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डा. देवेंद्र सिंह सिहाग, उप कृषि निदेशक डा. आत्मा राम गोदारा, एएससीओ डा. अनिल राठी व डा. सर्वजीत सिंह, एएई डा. नसीब धनखड़, डा. मुरारी लाल, डा. उमेश शर्मा व डा. संजय मेचू ने भी संबोधित किया। इस दौरान डा. रवि कुमार, डा. बलबीर सिंह, डा. ईश्चर सिंह, लाल सिंह लालू, सुनील थेबड़, संदीप घड़वा, संदीप वर्मा, कर्मबीर आदि किसान मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी