खरकड़ी सिघानी और पहाड़ी के किसानों के लिए पोर्टल पर पंजीकरण शुरू
खरकड़ी सिघानी और पहाड़ी गांव के सीएससी सेंटर पर जिला कृषि का विरोध किया।
संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी :
खरकड़ी, सिघानी और पहाड़ी गांव के सीएससी सेंटर पर जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी डा. आत्माराम गोदारा के हस्तक्षेप के बाद गांवों के किसानों के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत पंजीकरण शुरू कर दिया गया। गेहूं की फसल का पंजीकरण कराने से वंचित रहे किसानों को फिर से राहत दी गई है। विभाग ने दोबारा से मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल खोल दिया है। इससे पहले पांच व छह अप्रैल को पोर्टल खोला गया था। उसके बाद फिर बंद कर दिया गया था। इन दो दिनों में भी चकबंदी नहीं होने के कारण क्षेत्र के तीन गांव खरकड़ी, सिघानी और पहाड़ी गांव के किसानों की फसल ऑनलाइन पंजीकृत नहीं हो रही थी। दैनिक जागरण अखबार ने तीन गांव के किसानों की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद रविवार दोपहर को तीनों गांव में पहुंच कर सीएससी सेंटर का जायजा लिया और किसानों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू करवाया।
फसल बेचने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण जरूरी फसल को मंडी में बेचने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। पंजीकरण के बिना फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नहीं बिक सकती। गेट पास काटते समय पंजीकरण के आधार पर फसल को खरीदा जाता है। बता दे कि विभाग की तरफ से पांच व छह अप्रैल को पोर्टल खोला गया था, फिर भी इन तीन गांव की फसल का पंजीकरण नहीं हो पाया था। इस कारण पंजीकरण करवाने से किसान वंचित रह गए थे। किसानों ने मांग की थी कि पोर्टल खुला रहना चाहिए, ताकि फसल का पंजीकरण हो और समय पर फसल को बेच सके। जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी डा. आत्माराम गोदारा ने कहा कि सिघानी, खरकड़ी और पहाड़ी गांव के जो किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवा सकें, उन्हें अब मौका दिया गया है, लेकिन इस बार अंतिम तिथि अब तक निर्धारित नहीं की गई है। पोर्टल किसानों के लिए खुल गया है। इसलिए जो भी किसान अपना पंजीकरण नहीं करवा पाए थे, वह किसान अब अपनी फसलों का पोर्टल पर पंजीकरण जरूर करवा लें। बॉक्स : किसानों ने कहा धन्यवाद दैनिक जागरण :-
संदीप खरकड़ी, मनोज, नरेश कुमार, जय सिंह, मदनलाल, योगेश कुमार, कृष्ण कुमार, दिनेश आदि किसानों ने कहां की दैनिक जागरण अखबार ने प्रमुखता से खबर को प्रकाशित किया। इसकी बदौलत दोबारा से पोर्टल खुल पाया है।