कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव के समुचित प्रबंध जरूरी : धर्मबीर

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। ऐसे में हमारे पास समुचित चिकित्सा प्रबंध होने जरूरी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 07:00 AM (IST)
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव के समुचित प्रबंध जरूरी : धर्मबीर
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव के समुचित प्रबंध जरूरी : धर्मबीर

जागरण संवाददाता, भिवानी : भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। ऐसे में हमारे पास समुचित चिकित्सा प्रबंध होने जरूरी हैं। इसके लिए आवश्यक है कि जिला के न केवल जिला स्तर पर सामान्य अस्पताल में बल्कि उपमंडल स्तर, ब्लाक व गांव स्तर पर पीएचसी और सीएचसी में पर्याप्त स्टाफ, दवाई, बिजली-पानी, बेड आदि की मूलभूत सुविधाएं हो। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को समय रहते तैयारी करनी जरूरी है। उन्होंने निर्देश दिए कि हाल ही में निजी अस्पतालों में उपचार करवाने वाले कोरोना से प्रभावित लोगों से संपर्क कर यह मालूम किया जाए कि उनसे कोरोना के इलाज के कितने पैसे वसूल किए गए हैं। मुसीबत के समय में मरीजों से अनाप-शनाप ढंग से पैसे वसूल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सांसद धर्मबीर सिंह बुधवार को लघु सचिवालय परिसर के कान्फ्रेंस हाल में जिलाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं व विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य भी मौजूद रहे।

सांसद ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं, जिसका असर बच्चों पर होना बताया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय पर स्थित सामान्य अस्पताल के अलावा जिलाभर की अन्य पीएचसी और सीएचसी में समुचित चिकित्सा प्रबंध होने जरूरी हैं। सबसे पहले चिकित्सा संस्थान की इमारत सही होनी चाहिए। इसके बाद उसमें बिजली-पानी का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पीएचसी और सीएचसी में पर्याप्त बेड व स्टाफ भी होना चाहिए। इसके लिए सभी चिकित्सा संस्थानों का सर्वे कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए ताकि उसकी रिपोर्ट सरकार के पास भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसी योजना बनाई जाए कि जिससे कि पीएचसी और सीएचसी तक आइसीयू और आक्सीजन की सेवाएं दी जा सकें, जिससे कि दूर-दराज के लोगों को जिला मुख्यालय पर न आना पड़े और समय पर उनका उपचार घर के समीप ही हो सके। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण के साथ-साथ ब्लैक फंगस के उपचार व जांच की भी व्यवस्था की जाए। इस दौरान सिविल सर्जन डा. सपना गहलावत, बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता रणबीर सिंह, जनस्वास्थ्य विभाग के अधीक्षक अभियंता जसवंत सिंह नरवाल, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता कृष्ण कुमार सहित विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

वैक्सीनेशन से पहले टेस्ट करना जरूरी

सांसद ने निर्देश दिए कि वैक्सीन लगाने से पहले यह जानना जरूरी है कि जिस व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जा रही है, वह कोरोना संक्रमित तो नहीं है। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को कहा कि यदि वह व्यक्ति कोरोना से संक्रमित है तो वैक्सीन देना सही नहीं है। बारिश के दौरान भी जलघरों में हो निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति सांसद ने बिजली निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी योजना के तहत कार्य किया जाए। इससे बारिश के दौरान बिजली के कट न लगाने पड़ें और निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति हो, जिससे पेयजल की आपूर्ति नियमित रूप से हो सके। उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से ऐसे जलघरों की जानकारी ली, जिनके पैसे जमा करने के बाद भी बिजली कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। सांसद ने लोक निर्माण विभाग और एनएचएआइ के अधिकारियों से शहर में बनने वाले बाईपास की स्थिति के बारे में भी जानकारी।

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