होम आइसोलेट मरीजों के बारे में विस्तृत ब्योरा करें इकट्ठा

जिले में लगातार कोरोना केसों का बढ़ना चिता का विषय है। अगर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 07:14 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 07:14 AM (IST)
होम आइसोलेट मरीजों के बारे में विस्तृत ब्योरा करें इकट्ठा
होम आइसोलेट मरीजों के बारे में विस्तृत ब्योरा करें इकट्ठा

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जिले में लगातार कोरोना केसों का बढ़ना चिता का विषय है। अगर किसी को कोरोना संक्रमण के लक्षण है तो मरीज का तुरंत इलाज शुरू कर दिया जाए। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने पर जरूरत अनुसार इलाज में बदलाव किया जा सकता है। कला एवं सांस्कृतिक विभाग के प्रधान सचिव एवं जिले के कोविड नोडल अधिकारी डी सुरेश ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से अधिकारियों की बैठक लेते हुए यह बात कही।

उन्होंने कहा कि जिले की स्थिति पर अगर गौर किया जाए तो पिछले कई दिनों से कोरोना के केसों में लगातार इजाफा हो रहा है और अब ज्यादातर पॉजिटिव केस जिले के ग्रामीण क्षेत्र से आ रहे हैं। ऐसे में हम सभी को ज्यादा एहतियात बरतते हुए कोरोना के लक्षण मिलते ही मरीज का इलाज शुरू करना है। डी सुरेश ने उपायुक्त राजेश जोगपाल, एसपी विनोद कुमार, एसडीएम डा. विरेंद्र सिंह व शंभू राठी, नगराधीश अमित मान, सीएमओ डा. सुदर्शन पंवार, आइएमए जिलाध्यक्ष डा. दीपक गुप्ता, डा. गौरव भारद्वाज और डा. आशीष से जिले के कोरोना प्रबंधन को लेकर जानकारी ली। होम आइसोलेट मरीजों की मानिटरिग जरूरी

प्रधान सचिव ने कहा कि अब होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे लोगों की मानिटरिग भी जरूरी हो गई है। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के बारे में विस्तृत ब्योरा इकट्ठा करें, जिसमें पहले से किसी बीमारी से ग्रसित लोगों की भी जानकारी हो। सरकार के निर्देशानुसार आइसोलेशन में इलाज ले रहे सभी लोगों को ऑक्सीमीटर के साथ एक किट उपलब्ध करवाई जानी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें कि होम आइसोलेट मरीजों को ये किट तुरंत मिल जाए और प्रतिदिन इन मरीजों की स्थिति मानिटर की जाए। ऑक्सीजन की कमी नहीं है

डी सुरेश ने कहा कि हालांकि अभी तक जिले में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई है, फिर भी स्वास्थ्य विभाग आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की डिमांड तैयार करें और होम आइसोलेट मरीजों की ऑक्सीजन की जरूरत का भी ध्यान रखें। स्थिति पर प्रशासन की नजर

वीडियो कांफ्रेंस में उपायुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे केसों के चलते जिले के ज्यादा प्रभावित चार गांव बौंद, झोझू खुर्द, मांढी व भागेश्वरी को मैक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिया है। बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए प्रतिदिन ज्यादा टेस्ट करने का लक्ष्य रखा गया है। जिला प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और लोगों की सहायता में लगा हुआ है। उपायुक्त ने बताया कि होम आइसोलेट 568 लोगों पर नजर रखी जा रही है। रेडक्रास वालंटियर सभी को फोन कर उनसे हालत पता कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्र में सख्ती के निर्देश

बैठक में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि जरूरत अनुसार जिले में विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। ज्यादा प्रभावित गांवों में पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिले को अभी तक नौ इनोवा गाड़ियां प्राप्त हो चुकी है, जिनको एंबुलेंस के तौर पर प्रयोग किया जा रहा है। प्रतिदिन मिल रही 2 एमटी आक्सीजन

जिले में आक्सीजन प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष एवं नगराधीश अमित मान ने बताया कि जिले को लगभग दो मिट्रिक टन, एमटी आक्सीजन प्रतिदिन मिल रही है। प्रतिदिन बढ़ रही मांग के अनुसार ऑक्सीजन की डिमांड मुख्यालय को भेजी जा रही है। वैक्सीनेशन में तेजी

सिविल सर्जन डा. सुदर्शन पंवार ने बताया कि जिले में वैक्सीनेशन के कार्य को और तेज किया गया है। उपायुक्त राजेश जोगपाल के अनुरोध पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जिले को 15 हजार रेपिड टेस्ट किट अलॉट की गई है।

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