डेंगू, मलेरिया का दंश शहर पर पड़ रहा भारी, पार्षदों ने व्यवस्था पर उठाए सवाल, फोगिग को बताया महज दिखावा
जागरण संवाददाता चरखी दादरी जब भी कोई महामारी पांव पसारती है उससे निपटने के लिए अधिका
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : जब भी कोई महामारी पांव पसारती है उससे निपटने के लिए अधिकारी पहले से ही पुख्ता प्रबंध करते रहे हैं। लेकिन दादरी नगर परिषद के क्षेत्र में ऐसा नहीं हो रहा है। डेंगू, मलेरिया से निपटने के लिए नगर परिषद उस पर खरा नहीं उतर पा रही है। दादरी शहर में मानसून के दौरान हुई वर्षा से बने जलभराव के हालातों से आमजन को जहां भारी परेशानियां से जूझना पड़ा वहीं अब नगर परिषद के उदासीन रवैये के चलते लोग मच्छर जनित बीमारियों से ग्रस्त हो रहे है। नगर परिषद द्वारा शहर में फोगिग के महज दिखावे की जा रही है। इसका नजारा रोजाना भगवान परशुराम चौक पर देखने को मिल रहा है। कर्मचारी पांच मिनट में ही फोगिग की फोटोज लेकर अपने कार्य से इतिश्री कर लेते है। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दिन पूर्व हुई मानसून की वर्षा के बाद मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। ऐसे में कोरोना महामारी के बीच लोगों को डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का डर सता रहा है। मच्छर जनित बीमारियों का लक्षण भी कोरोना जैसा ही है, इसलिए कोई भी व्यक्ति अस्पताल जाकर इलाज नहीं करवा रहा है। लेकिन चिकित्सक की सलाह पर बुखार होने पर लोग दवाइयां ले रहे है। अचानक मच्छरों की भरमार होने के पीछे एक मायने में व्यवस्था को ही जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। क्योंकि शहर में कभी कभार व कुछ स्थानों पर ही फोगिग की जा रही है। परिषद द्वारा चुनिदा स्थानों पर फोगिग की जा रही है। इसके अलावा शहर के अन्य गली-मुहल्लों में कहीं भी फोगिग नहीं हो रही है। इस वजह से लगभग सभी वार्ड में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। फोगिग मात्र दिखावा : सैनी
वार्ड आठ के निवर्तमान पार्षद बक्सी सैनी ने बताया कि नगर परिषद द्वारा शहरवासियों को मच्छरों से बचाने के लिए फोगिग अभियान मात्र दिखावे तक सिमट कर रह गया है। अधिकतर सड़कों पर गंदा व सीवर वाला पानी फैल रहा है। जिससे मलेरिया व डेंगू सहित अन्य विभिन्न बीमारियों का खतरा बना हुआ है। लेकिन नगर परिषद द्वारा फोगिग की नियमित व्यवस्था नहीं की गई है। नगर परिषद द्वारा प्रतिदिन लोगों को जानकारी दी जानी चाहिए कि आज कहां कहा अभियान चलाया जाएगा। अफसरशाही हावी : आनंद
वार्ड तीन के निवर्तमान पार्षद आनंद कुमार ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि पदभार से मुक्त होने के बाद से ही अधिकारियों की मनमर्जी के चलते शहर में कई व्यवस्थाएं ठप हो गई है। परिषद द्वारा उनके वार्ड के आधे हिस्से में एक बार ही फोगिग की गई है। वार्ड में डेंगू का मामला भी आया हुआ है। उन्होंने फोगिग करवाने को लेकर कई बार अधिकारियों से संपर्क किया है। लेकिन आज तक इस गंभीर समस्या की ओर परिषद ने कोई कदम नहीं उठाया है। पूरे वार्ड में की जाए फोगिग : जांगड़ा
दादरी शहर के वार्ड चार के निवर्तमान पार्षद दिनेश जांगड़ा ने कहा कि नगर परिषद द्वारा एक बार फोगिग करवाई गई थी लेकिन वार्ड का कुछ हिस्सा बच गया था। उन्होंने नगर परिषद से दोबारा पूरे वार्ड में फोगिग करवाने की मांग की है। नाकाफी है फोगिग : गुप्ता
दादरी नगर व्यापार मंडल के कार्यकारी प्रधान व निवर्तमान पार्षद रविद्र गुप्ता ने कहा कि नगर परिषद द्वारा उनके वार्ड में सिर्फ एक बार ही फोगिग करवाई गई है जो नाकाफी है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा कम से कम 15 दिन में एक बार फोगिग जरूर करवानी चाहिए ताकि मच्छरजनित बीमारियों से बचाव हो। नगर परिषद द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान से रविद्र गुप्ता भी असंतुष्ट दिखाई दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हो रही फोगिग
मानसून की वर्षा के दौरान दादरी शहर के साथ साथ एक दर्जन से अधिक गांवों में जलजमाव के चलते हालात काफी गंभीर बन गए थे। अभी भी कई गांवों के खेतों, फिरनी, गलियों में बरसात का पानी जमा है। ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियां पैर पसार रही है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रही बीमारियों को लेकर भी जागरूकता का अभाव साफ दिखाई दे रहा है।