देश में लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले के विरोध में प्रदर्शन
संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले के विरोध में लोकतंत्र बचाओ दिवस पर किसान मजदूरों ने शहर में प्रदर्शन किया। जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजकर मांग की गई है कि सभी गिरफ्तार किसानों आंदोलन समर्थकों को तुरंत रिहा किया जाए। उनके विरुद्ध संगीन झूठे मुकदमे रद किए जाए।
जागरण संवाददाता, भिवानी : संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमले के विरोध में लोकतंत्र बचाओ दिवस पर किसान मजदूरों ने शहर में प्रदर्शन किया। जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजकर मांग की गई है कि सभी गिरफ्तार किसानों, आंदोलन समर्थकों को तुरंत रिहा किया जाए। उनके विरुद्ध संगीन झूठे मुकदमे रद किए जाए। किसानों के जब्त किए गए ट्रैक्टर उन्हें वापस किए जाए। तीनों किसान विरोधी काले कानून, श्रम विरोधी कानून रद किए जाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कानून बनें। इस संबंध में प्रात: किसान मजदूर ठाकुर बीर सिंह पार्क में इकठ्ठे हुए तथा एक सभा की। उसकी अध्यक्षता किसान नेता सत्यवान बलियाली व परमजीत मड्डू ने संयुक्त रूप से की। किसान सभा के जिला प्रधान करतार ग्रेवाल, किसान नेता गंगाराम स्योराण, कामरेड ओमप्रकाश,अभिजीत लाल सिंह व कमल प्रधान ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार की सभी एजेंसियां का दुरुपयोग करके किसान आंदोलन व विपक्ष को प्रताड़ित कर रही है। उन पर जानबूझ कर देशद्रोह की धाराएं लगाकर झूठे मुकदमे बना रही है। परंतु किसान मजदूर एकजुट हैं, हरगिज ऐसा नहीं होने देंगे। तीनों काले कानून वापिस लेने होंगे। सभा के बाद प्रदर्शन करते हुए किसान मजदूर पुराने बस अड्डे होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे तथा जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन दिया। प्रदर्शन में बलबीर बजाड़, दिलबाग ढुल, सरोज स्योराण,नरेन्द्र नाथूवास,छोटूराम पुनिया,रणधीर सिढ़ान, कर्ण सिहं जैनावास, बलबीर ठाकन,राजेश कुंगड़, रामोतार बलियाली, अभिजीत लाल सिंह, अनिल शेषमा, बलवान एमसी,मास्टर राजसिंह जताई, दिलबाग ग्रेवाल,सुमित भट्ट, रामेहर सिंह, सज्जन कुमार सिगला, सुरेंद्र मास्टर ढाणा, अनिल कुमार, फूलचन्द, रागकुमार दलाल, रामफल देशवाल, मास्टर वजीर सिंह, बिमला घनघस व संतोष देशवाल शामिल थे।