उपमंडल भवन बाढड़ा में ही बनाने की मांग, डिप्टी सीएम से मिला पंचायत प्रतिनिधिमंडल
संवाद सहयोगी बाढड़ा बाढड़ा के पंचायत प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चंडीगढ़ पहुंच कर डि
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : बाढड़ा के पंचायत प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चंडीगढ़ पहुंच कर डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला से मुलाकात की। उनसे प्रस्तावित उपमंडल भवन निर्माण के लिए किसी अन्य गांव की बजाए बाढड़ा में ही भूमि चयनित करने की मांग की।
डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि कस्बे के किसान भूमि देंगे तो वहीं पर भवन बनवाया जाएगा और इसके लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया का पोर्टल दोबारा खुलवा दिया जाएगा। जिस पर किसान आवेदन कर सकते हैं जिनको जल्द ही भूमि चयन प्रक्रिया में ले लिया जाएगा। बाढड़ा के सरपंच राकेश श्योराण की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल ने डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला से मुलाकात कर बताया कि उपमंडल के नए भवन के लिए भूमि चयन प्रक्रिया चल रही है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन पोर्टल पर आवेदन भी लिए हैं। प्रशासन बाढड़ा के अलावा साथ लगते गांवों की भूमि को भी चयन कर रहा है। कस्बे के किसान स्वयं सभी सड़क मार्गों पर स्वेच्छा से अपनी भूमि देने को तैयार हैं। इसलिए कस्बे में ही नया उपमंडल भवन बनवाया जाए। इस योजना में कुछ और किसान शामिल होना चाहते हैं लेकिन 31 दिसंबर से पोर्टल बंद होने के कारण वह अपनी भूमि देने की आनलाइन सुविधा नहीं ले पा रहे हैं।
डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने कहा कि सबको मिलकर सहयोग करना चाहिए। कस्बे के किसान भूमि देंगे तो वहीं पर भवन बनवाया जाएगा। पोर्टल दोबारा खुलवा कर तिथि को 31 मार्च तक बढ़ाया जा सकता है। ग्राम पंचायत सदस्यों ने डिप्टी सीएम का आभार जताया।
इस मौके पर पंचायत समिति चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा, जजपा कर्मचारी सैल प्रदेश संयोजक संजीव मंदौला, पूर्व सरपंच शंकर लाल, पूर्व चेयरमैन संदीप बाढड़ा, धनसिंह श्योराण, राजा बीडीसी, सुंदरपाल, मोहनलाल, प्रदीप बाढड़ा, राजकुमार नंबरदार, जोतराम, संदीप सिटी, ढिल्लू बाढड़ा, मुकेश सांगवान, नवीन श्योराण, मुखत्यार सिंह, सुखबीर बोदी, जगबीर शर्मा, रामसिंह, लीलाराम, रमेश कुमार, जयबीर सिंह, प्रदीप, कल्लू बाढड़ा, भूपेंद्र सिंह, महिपाल सिंह, दिनेश कुमार, मनोहर लाल, बलबीर सिंह, रमेश कुमार, सोमबीर सिंह, इंद्र सिंह, नफे सिंह, बलजीत, अजीत कुमार, अशोक कुमार इत्यादि भी मौजूद रहे।