खरीद और उठान न होने के साथ ही बारिश से बर्बाद हो रही फसलें
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : एक तरफ तो सरकार किसानों के हित में योजनाएं लागू करने मे
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : एक तरफ तो सरकार किसानों के हित में योजनाएं लागू करने में जुटी हुई हैं दूसरी तरफ सरकारी विभागों द्वारा समय पर फसलों की खरीद व उठान न होने से किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इसके अलावा रूक-रूक कर हो रही बारिश भी लगातार किसानों के अरमानों पर पानी फेर रही हैं। नई अनाज मंडी में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। मंडी में अधिकांश किसानों की गेहूं व सरसों की फसल खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई हैं। जिसके कारण बारिश में भीगने से फसल भी खराब हो रही हैं। वहीं, किसानों का कहना हैं कि विभाग द्वारा समय पर सरसों व गेहूं की खरीद नहीं की जा रही हैं। यदि खरीद हो जाती हैं तो समय पर उसका उठान नहीं हो रहा हैं। जिसके चलते उन्हें भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
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तीन दिन से नहीं हुई खरीद
गांव चिड़िया से आए किसान सुखबीर ने बताया कि वह 9 अप्रैल को मंडी में सरसों की फसल लेकर आया था। लेकिन बृहस्पतिवार तक उसकी फसल की खरीद नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बीती रात हुई बारिश में भी उसकी फसल भीग गई। जिससे उसे काफी नुकसान हुआ हैं।
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अधिकारी नहीं कर रहे खरीद
गांव छिल्लर निवासी किसान दिनेश ने बताया कि तीन दिन से उसकी सरसों की खरीद नहीं हो पा रही हैं। खुले में पड़ी होने के कारण बारिश में भी उसकी फसल भीग गई। मजबूरन अब उसे फसल को सुखाना पड़ रहा हैं।
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खरीद में हो रहा भेदभाव
गांव चिड़िया निवासी किसान सूरजमल ने बताया कि अधिकारियों द्वारा फसल खरीद में भी भेदभाव किया जा रहा हैं। सूरजमल ने बताया कि उनको मिले टोकन नम्बर के बाद वाले टोकन नम्बरधारी किसानों की फसल खरीद हो चुकी।
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शेड का हो प्रबंध
गांव चिड़िया निवासी किसान सतीश ने बताया कि मंडी में केवल एक ही शेड के नीचे सरसों की खरीद की जा रही हैं। इस शेड के नीचे गेंहू होने के कारण उन्हें मजबूरन खुले में सरसों की फसल को रखना पड़ रहा हैं। ऐसे में सरसों खरीद के लिए अलग से एक स्थाई शेड का प्रबंध होना चाहिए।
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भीगी सरसों की ढेरियां
गांव चिड़िया से सरसों की फसल लेकर आए किसान जयभगवान ने कहा कि बीती रात हुई बारिश में उसकी सरसों की दो ढेरियां पूरी तरह से पानी में भीग गई। जयभगवान ने बताया कि पिछले तीन दिनों से वह अपनी फसल लेकर मंडी में आया हुआ हैं। लेकिन अभी तक उसकी सरसों फसल की खरीद नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि बीती रात हुई बारिश के बाद उसकी तीन कट्टे सरसों की फसल भी चोरी हो गई।
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जेसीबी से कर रहे इकट्ठा
पिछले दो-तीन दिनों से हो रही बारिश से गेंहू व सरसों की फसल मंडी में लगातार भीग रही हैं। जिसके कारण किसानों के साथ साथ आढ़ती भी काफी परेशान हैं। शेड से बाहर निकली गेंहू को बारिश से बचाने के लिए आढ़तियों द्वारा जेसीबी से गेंहू की फसल को इकट्ठा कर शेड के नीचे किया जा रहा हैं। आढ़तियों का कहना हैं कि सरकारी एजेंसियों द्वारा समय पर खरीद व उठान न करने के कारण मंडी में फसल इकट्ठी होती जा रही हैं। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं।