ट्रांसफार्मर से निकली चिगारी से खड़ी गेहूं की फसल नष्ट
संवाद सहयोगी बाढड़ा गांव गुडाना में बिजली ट्रांसफार्मर से निकली चिगारी से किसान की एक ए
संवाद सहयोगी, बाढड़ा: गांव गुडाना में बिजली ट्रांसफार्मर से निकली चिगारी से किसान की एक एकड़ गेहूं की फसल नष्ट हो गई। आसपास के किसानों ने पहुंच कर ट्रैक्टरों की मदद से आग को फैलने से रोक दिया नहीं तो सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो सकती थी। गांव गुडाना निवासी किसान अशोक कुमार ने बताया कि वह खेतीबाड़ी कर अपने परिवार की आजीविका चलाता है। बृहस्पतिवार दोपहर बाद उसके खेत में लगे ट्रांसफार्मर के दो तारों में खिचाव के करण चिगारी उठने लगी तथा खेतों में खड़ी गेहूं की फसल में जा गिरी। आग की लपटें देखते ही साथ लगते खेतों में कार्य कर किसानों ने पहुंच कर उसको बुझाने का प्रयास किया। किसानों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
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उपमंडल स्तर पर नहीं फायर ब्रिगेड सुविधा
बाढड़ा क्षेत्र में अब सरसों की फसलें कटकर खलिहान व खेतों में खुले आसमान में रखी हैं। वहीं गेहूं की हजारों एकड़ फसल अब पककर पूरी तरह तैयार खड़ी है। क्षेत्र में पिछले दो दिन से गर्मी बढ़ने के साथ ही अब बिजली आपूर्ति तार टूटकर दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई हैं। लेकिन किसान बाहुल्य बाढड़ा उपमंडल में फायर ब्रिगेड की कोई उपलब्धता न होना प्रशासनिक उदासीनता को दर्शा रहा है।
दादरी जिले के अलावा भिवानी जिला मुख्यालय पर ही आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की सुविधा है। वहां से पहुंचने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है जिससे समय पर गाड़ी नहीं पहुंच पाती। भाकियू ने पिछले माह ही उपायुक्त, एसडीएम को ज्ञापन देकर उपमंडल स्तर पर फायर ब्रिगेड सुविधा की मांग की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो पाई है।
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आचार संहिता हटते ही होगा निर्णय
बाढड़ा के विधायक सुखविद्र मांढी ने कहा कि दादरी जिले के गठन के बाद सभी सुविधाओं के लिए प्रयास किए जा रहे है। उपमंडल स्तर पर फायर ब्रिगेड सुविधा के लिए प्रशासन पूरी तैयार है। मौजूदा समय में इसकी एक फाइल चंडीगढ़ मुख्यालय में है जिसका आचार संहिता के बाद निर्णय होगा कि यहां पर स्थाई फायर ब्रिगेड केंद्र संचालन हो।