एक अगस्त से शुरू होगा क्राप मेपिग कार्य, बोई गई फसलों का विवरण होगा आनलाइन
जागरण संवाददाता चरखी दादरी हरियाणा सरकार एक अगस्त से दादरी जिले में क्राप मेपिग का
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : हरियाणा सरकार एक अगस्त से दादरी जिले में क्राप मेपिग का कार्य करवाने जा रही है। इस सर्वे के दौरान कृषि योग्य भूमि के प्रत्येक एकड़ में बोई गई फसल का विवरण आनलाइन दर्ज किया जाएगा। लघु सचिवालय के सभागार में कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए बुलाई गई कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त अमरजीत मान ने कहा कि किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी भूमि व बोई गई फसल का विवरण दर्ज करवा रहे हैं। जिसकी अंतिम तिथि 31 जुलाई है। इसी के साथ मेरा पानी मेरी विरासत योजना भी चलाई जा रही है। जिसमें किसान को धान की रोपाई ना करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ व बाजरा की बुआई ना करने पर चार हजार रुपये प्रति एकड़ राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कृषि, पशुपालन, मार्केट कमेटी के कर्मचारी मिलकर जिले के गांवों में जाएंगे और सजरा के मुताबिक कृषि भूमि में बीजाई की गई फसलों का ब्यौरा एकत्रित करेंगे। इसे क्राप मेपिग के पोर्टल पर आनलाइन दर्ज किया जाएगा। सरकार ने इस कार्य के लिए विशेष रूप से एक आनलाइन पोर्टल बनाया है। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे 25 अगस्त तक अपना कार्य पूरा कर लें। गांव में खेवट व किला नंबर अनुसार जो फसल बोई गई है, उसका सही व सटीक विवरण दर्ज होना चाहिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि कृषि भूमि को किसी व्यक्ति ने खाली छोड़ा हुआ है या कहीं पानी भरा हुआ है तो उसमें वही वास्तविक स्थिति अपलोड होनी चाहिए। गांव के किसी व्यक्ति से पूछकर यह डाटा एकत्रित नहीं करना है। इस क्राप मेपिग से सही जानकारी मिलने पर कृषकों को अपनी फसल सरकारी मंडियों में बेचने पर आसानी होगी। दादरी के नगराधीश अमित मान ने भी कर्मचारियों को टीम भावना से यह कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कृषि विभाग के तकनीकी सहायक डा. ईश्वर जाखड़ ने क्राप मेपिग की उपस्थित कर्मचारियों को ट्रेनिग देकर एक-एक स्टेप के बारे में विस्तार से समझाया। योजनाओं के बारे में दी जानकारियां
उपायुक्त ने कर्मचारियों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा, मेरा पानी मेरी विरासत, जल संरक्षण, परिवार पहचान पत्र, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, फसल अवशेष प्रबंधन, जल शक्ति अभियान व पौधारोपण कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और इन स्कीमों को गांवों में प्रचार करने को कहा। जिससे कि जिला के किसान और जागरूक हो सकें। इस अवसर पर कृषि विभाग के उपमंडल अधिकारी डा. दलबीर सिंह, खंड अधिकारी डा. हरबंस, डा. अजय भांबा, डा. मदनपाल, डा. चंद्रभान, डा. विनय डाला इत्यादि उपस्थित रहे।