मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण योजना चयन सूची अधर में

संवाद सहयोगी बाढड़ा शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरु की गई मु

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Mar 2019 12:07 AM (IST) Updated:Wed, 27 Mar 2019 12:07 AM (IST)
मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण योजना चयन सूची अधर में
मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण योजना चयन सूची अधर में

संवाद सहयोगी, बाढड़ा: शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरु की गई मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण पुरस्कार योजना के लिए अभी तक स्कूल चयनित न होने के कारण इस पर सवालिया निशान लगने लगें है। प्रदेश के अन्य सभी जिलों में स्कूलों का चयन कर 26 जनवरी को सम्मानित करने के बावजूद बाढड़ा उपमंडल की सूची चयन समिति द्वारा तीन माह से तैयार करने के बावजूद अंतिम रूप नहीं ले पाई है।

एसडीएम के तबादले के बाद अभी और समय लगने की संभावना से ग्राम पंचायतों व स्कूल मुखियाओं में संशय का माहौल बना हुआ है। शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के रखरखाव, पर्यावरण सरंक्षण व शिक्षण स्तर को ऊंचा उठाने के लिए मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यकरण पुरस्कार योजना शुरू की है। इस योजना में शामिल होने के लिए सभी विद्यालयों को इसके लिए निर्धारित नियमों पर खरा उतरना होता है। इस योजना की शुरुआत होने के बाद में प्रत्येक विद्यालय के प्राचार्य, विद्यार्थियों व अभिभावक संबंधित विद्यालयों में निर्धारित शर्तो को पूरा करने में जुटे रहते हैं। प्रदेश सरकार ने बाढड़ा उपमंडल में इस योजना पर खरा उतरने वाले विद्यालयों के चयन के लिए एसडीएम मनीष फौगाट की अध्यक्षता में सीडीपीओ गीता सहारण, बीईओ श्रीकिशन शर्मा, प्राचार्य बलबीर सिंह समेत प्रथम श्रेणी के पांच अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंपी जिस पर उन्होंने विद्यालयों का मौके पर जाकर मुआयना कर सारी सुविधाओं की वीडियोग्राफी कर रिपोर्ट तैयार की। चयन समिति की अंतिम विशेष रिपोर्ट के बाद सभी निर्धारित शर्तो पर खरा उतरने विद्यालयों का चयन किया गया। शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित शर्तो के पैमाने पर खरा उतरने वाले इन विद्यालयों को 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि से पुरस्कृत करने पर काम शुरु हुआ ही था कि पहले तो चयन को लेकर ही अधिकारियों में विरोधाभास हो गया और उसके बाद एसडीएम का तबादला होने के कारण मामला ही खटाई में पड़ गया। उनके स्थान पर आए एसडीएम विरेन्द्र सिंह व सीडीपीओ गीता सहारण ने रिपोर्ट को दोबारा सर्वे करने के लिए हरी झंडी देते हुए शिक्षा विभाग से पुरानी सूची को रद कर नई सूची बनाने का आदेश देते हुए पूरी पारदर्शिता बरतने का आदेश दिया। लेकिन तीन माह गुजरने के बाद अभी तक यह सूची अंतिम रुप नहीं ले पाई है है जिससे योजना में शामिल होने का ख्वाब देख रहे दो दर्जन गांवों के ग्रामीणों व स्कूल मुखियाओं में असमंजस का माहौल बना हुआ है।

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तीन पुरस्कार पाने के लिए दर्जन भर से अधिक विद्यालय दौड़ में है लेकिन एसडीएम के तबादले के कारण यह सूची अंतिम रुप नहीं ले पाई। उन्होंने एसडीएम कार्यालय को पत्र लिखा है। उम्मीद है अगले सप्ताह में इस पर औचक निरीक्षण कर चयनित स्कूलों को अंतिम रुप दिया जाए।

-श्रीकिशन शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी।

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मैंने अभी कार्यभार संभाला है। अगर सूची अधर में है तो वह संबंधित अधिकारियों को साथ लेकर जल्द ही संभावित शिक्षण संस्थानों का व्यक्तिगत निरीक्षण कर उस रिपोर्ट का मंथन करते हुए निरीक्षण प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाएंगे।

विरेन्द्र सिंह, एसडीएम।

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