मानसून की शुरुआती बारिश को लेकर बने विकट हालातों, निकासी के इंतजामों को लेकर उठे सवाल

सुरेश गर्ग चरखी दादरी पिछले दस दिनों के दौरान दादरी जिले में मानसून की शुरुआती बारिश क

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 07:20 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 07:20 PM (IST)
मानसून की शुरुआती बारिश को लेकर बने विकट हालातों, निकासी के इंतजामों को लेकर उठे सवाल
मानसून की शुरुआती बारिश को लेकर बने विकट हालातों, निकासी के इंतजामों को लेकर उठे सवाल

सुरेश गर्ग, चरखी दादरी

पिछले दस दिनों के दौरान दादरी जिले में मानसून की शुरुआती बारिश को लेकर बने विकट हालातों के चलते पानी की निकासी की व्यवस्थाओं पर कई प्रकार के सवाल उठाए जा रहे हैं। पहले जहां शहरी क्षेत्र में ही सीवरेज सिस्टम ठप होने से जलजमाव की समस्या बनी रहती थी वही अब जिले में झज्जर रोड, रोहतक रोड, भिवानी रोड की तरफ के सभी गांवों के खेतों में बने गंभीर हालातों को लेकर आमजन की परेशानियों के साथ साथ चिताएं भी बढ़ती जा रही हैं। पिछले सालों तक मानसून की सामान्य वर्षा जिले में औसत 500 एमएम के आसपास होती रही है।

जुलाई माह के आखिरी सप्ताह व अगस्त के पहले दो दिनों व उसके बाद जिले में मात्र 160 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई है। जानकारों का कहना है कि इन हालातों में यदि सामान्य अथवा सामान्य से कुछ अधिक वर्षा हो जाती है तो हालात पूरी तरह बेकाबू हो सकते हैं। सीवरेज सिस्टम हुआ नकारा

दादरी शहर के अधिकतर भागों में 50 वर्ष पुराना सीवरेज सिस्टम काम कर रहा है। उस समय शहर की आबादी 30 हजार के करीब थी। जो अब बढ़कर 80 हजार से ज्यादा पहुंच चुकी है। इस दौरान दर्जनों नई कालोनियों विकसित हो चुकी है। पुराना सीवरेज सिस्टम मौजूद परिस्थितियों में पूरी तरह नाकाफी नजर आता है। बगैर वर्षा के ही अमूमन सीवरेज सिस्टम दूषित पानी की निकासी के लिए सक्षम नहीं रहता। बारिश होने पर तो ये शुरूआती दौर में ही दम तोड़ देता है। जोहड़ ओवरफ्लो होने से बाजार हो रहे जलमग्न

दादरी शहर के बीचों-बीच मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र माने जाने वाले मेन बाजार, पुराना बस स्टैंड, पुरानी सब्जी मंडी रोड, रेलवे रोड, शहीद मार्केट इत्यादि का वर्षा का पानी पिछले सालों तक इनके पास लगते डूंगरवाला जोहड़ में जाकर जमा होता रहा है। वर्षा के पहले पांच दिनों में ही यह जोहड़ ओवरफ्लो हो गया था। जिसके चलते बाजारों की शक्ल गंदे नालों में तबदील हो गई थी तथा पांच दिनों तक कारोबार, काम धंधे, रोजगार, व्यापार करीब-करीब ठप रहा। इसके बाद जनस्वास्थ्य विभाग ने जोहड़ का पानी निकालने के लिए स्थानीय रोहतक रोड पर मोटरें लगाकर पाइप लाइन बिछाई थी। इससे लोगों को थोड़ी बहुत राहत मिली। वीरवार को हुई वर्षा के बाद एक बार पुन: जोहड़ ओवरफ्लो होता नजर आया। कब अमल में लाई जाएंगी योजनाएं

दादरी शहर के लिए पिछले साल स्थानीय विधायक सोमबीर सांगवान के प्रयासों से गांव समसपुर स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से ड्रेन नंबर आठ तक दूषित पानी पहुंचाने के लिए 38 करोड़ की योजना पर काम शुरू हुआ है लेकिन जिस गति से यह कार्य चल रहा है उससे दिक्कतें बढ़ती जा रही है। इसी तरह जनस्वास्थ्य विभाग ने दादरी शहर में पेयजल व सीवरेज के लिए मास्टर प्लान बनाने की बात कही है। लेकिन फिलहाल इन योजनाओं पर कब तक अमल होगा इसे लेकर अनिश्चितता बरकरार है।

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