शिक्षित बनो,संगठित रहो और आत्मनिर्भर बनो

वैश्य महाविद्यालय के प्रांगण में प्रोग्राम ऑफिसर डा. रीना एवं नरेंद्र कुमार द्वारा एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया जिसमें बचों को आत्मनिर्भर भारत-आत्म निर्भर भिवानी कार्यक्रम की रूप रेखा के बारे में बताया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 07:45 AM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:45 AM (IST)
शिक्षित बनो,संगठित रहो और आत्मनिर्भर बनो
शिक्षित बनो,संगठित रहो और आत्मनिर्भर बनो

जागरण संवाददाता, भिवानी :

वैश्य महाविद्यालय के प्रांगण में प्रोग्राम ऑफिसर डा. रीना एवं नरेंद्र कुमार द्वारा एक दिवसीय कैंप का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को 'आत्मनिर्भर भारत-आत्म निर्भर भिवानी' कार्यक्रम की रूप रेखा के बारे में बताया गया। कार्यक्रम में आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया साथ ही बताया गया कि किस प्रकार हम स्वरोजगार अपना कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। विद्यार्थियों को बताया गया की हम घर पर रहकर भी आजीविका के साधन प्राप्त कर सकते हैं जैसे हम अपने से छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों को ट्यूशन दे सकते हैं लड़कियां घर पर रहकर सिलाई कढ़ाई, बुनाई व पार्लर का काम कर सकती हैं घर से ही कुकिग क्लासेस या बेकरी खोल सकती हैं। इस मौके पर जागरूकता रैली भी निकाली गई। यह बताया गया कि लड़के खेती में हाथ बढ़ाकर ऑर्गेनिक खाद की फसलें उगा कर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। आजकल जैसे शादी विवाह का समय है उस समय फूलों की खेती करके आजीविका प्राप्त की जा सकती है आज बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में रहने वाले अन्य लोगों को भी बताया कि किस प्रकार हम करोना महामारी के काल में भी घर बैठकर आजीविका के साधन जुटा सकते हैं। कॉलेज के साथ में ढोलक बनाने वाले कारीगरों से बच्चों को रूबरू करवाया गया उन्होंने ढोलक बनाने का तरीका बच्चों को सिखाएं और बताएं कि किस प्रकार वह अपनी आजीविका इस व्यवसाय के द्वारा प्राप्त करते हैं। तत्पश्चात बच्चों ने जल बचाओ पेड़ लगाओ एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया तथा देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की शपथ ली। सायं कालीन सत्र में बच्चों ने पर्यावरण के महत्व को जानते हुए कालेज प्रांगण की साफ-सफाई की व राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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