हिडोल बाबा हरिहर डेरा में सत्संग दो को, भंडारा तीन को

हिडोल के परमहंस डेरा बाबा हरिहर में तीन दिसंबर को ब्रह्मलीन संत बाबा लालदास एवं बाबा जियादास की पावन स्मृति में भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस उपलक्ष्य में दो दिसंबर की रात को डेरा परिसर में सत्संग किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 06:04 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 06:04 PM (IST)
हिडोल बाबा हरिहर डेरा में सत्संग दो को, भंडारा तीन को
हिडोल बाबा हरिहर डेरा में सत्संग दो को, भंडारा तीन को

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : हिडोल के परमहंस डेरा बाबा हरिहर में तीन दिसंबर को ब्रह्मलीन संत बाबा लालदास एवं बाबा जियादास की पावन स्मृति में भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस उपलक्ष्य में दो दिसंबर की रात को डेरा परिसर में सत्संग किया जाएगा।

हिडोल बाबा हरिहर डेरा के महंत नरमदास ने बताया कि वर्ष 1982 से 1997 तक महंत रहे बाबा लालदास तथा वर्ष 1998 से 2004 तक महंत रहे बाबा जियादास की याद में तीन तारीख शुक्रवार को भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। इससे एक दिन पहले दो दिसंबर की रात को सत्संग का आयोजन किया जाएगा। परमहंस डेरा बाबा हरिहर गांव हिडोल की गद्दी करीब दो सौ साल पुरानी है और यहां अलमस्त फक्कड़ संतों ने तपस्या करते हुए हजारों जीवों का कल्याण किया है। बाबा हरिहर के बाद बाबा रामदास, बाबा रामचंद्र दास से लेकर अब तक हुए यहां के सभी संतों की करणी-रहणी बड़ी अनूठी व प्रेम के रस से सरोबार रही है। गांव हिडोल की बणी में स्थित परमहंस बाबा हरिहर डेरा के फकीर संसार की किसी परंपरा से बंधे नहीं और वे खुद ही खुदा मालिक बन कर शहंशाह की तरह रहे हैं। जिनको आज भी बड़ी श्रद्धा व आस्था के साथ स्मरण किया जाता है। महंत नरमदास ने बताया कि सवा साल पहले महासमाधि ले चुके बाबा चमचमदास की समाध का निर्माण कार्य सेवकों के सहयोग से पूरा हो गया है। अब तीन दिसंबर को आयोजित होने वाले बाबा लालदास जी के भंडारा की तैयारियां की जा रही है। इस भंडारे में अनेक संत-महात्मा व श्रद्धालु भाग लेंगे।

chat bot
आपका साथी