मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने की हड़ताल, कोर्ट परिसर में धरना दिया, प्रदर्शन किया
आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन की ओर से जिला प्रधान सुनीता रानी रामबास की अगुवाई में बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लगाकर हड़ताल की तथा दादरी कोर्ट काम्पलेक्स में प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : आंगनबाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर यूनियन की ओर से जिला प्रधान सुनीता रानी रामबास की अगुवाई में बुधवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लगाकर हड़ताल की तथा दादरी कोर्ट काम्पलेक्स में प्रदर्शन किया। कोर्ट परिसर में दिए गए धरने का संचालन जिला सचिव अनिल श्योराण ने किया। सुनीता रामबास ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले समझौते के दौरान मानी गई मांगों को आज तक पूरा ना करने के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है। राज्य भर में यूनियन हड़ताल कर रही है। धरने को संबोधित करते हुए एसकेएस जिला प्रधान राजकुमार घिकाड़ा ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी सेंटरों को एनजीओ के माध्यम से निजी हाथों में सौंपना चाहती है। उनकी मुख्य मांगें वर्कर्स व हेल्पर को सरकारी कर्मी का दर्जा देना व तब तक 24 हजार व 16 हजार माह देना, प्रधानमंत्री द्वारा 2018 में किए वायदे वर्कर्स को 1500 व हेल्पर को 750 की बढ़ोतरी, रिटायरमेंट पर 5 लाख, हेल्पर को 3 लाख का लाभ, आंगनबाड़ी केंद्रों का शहरी किराया 5 हजार व ग्रामीण का 3 हजार रुपये देने के अलावा वर्कर्स के इलाज का खर्चा, मृत्यु पर आश्रित को 3 लाख रुपये देने, वर्दी भत्ता सालाना 2600 रुपये देने की है। ईंधन की राशि बढ़ाई जाए व सिलेंडर विभाग भरवा कर दे। वर्कर्स व हेल्पर को गर्मी, सर्दी का अवकाश भी दिया जाए। ये सभी मांगें पिछले लंबे समय से लंबित है। इन्हें जल्द सरकार पूरा करे। इस मौके पर शारीरिक शिक्षक संघ जिला प्रधान सज्जन शर्मा, हेमसा जिला प्रधान विजय लांबा, रोडवेज डिपो प्रधान कृष्ण ऊण, पूनम बेरला, मोनिका बेरला, इंटक प्रधान प्रेम अचीना, संतोष, चंद्रकला अटेला, सह सचिव सुशीला बलकरा, प्रेस सचिव रामदेई, दादरी ब्लाक द्वितीय प्रधान रामअवतारी, झोझूकलां प्रधान मीना, प्रकाशी व अर्चना बडराई, अनिता साहुवास भी उपस्थित रहे।