अमरुत योजना भी नहीं बूझा पा रही लोगों की प्यास
जागरण संवाददाता भिवानी शहर में करीब सात करोड़ रुपये के बजट से अमरुत योजना के तहत नइ
जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर में करीब सात करोड़ रुपये के बजट से अमरुत योजना के तहत नई पेयजल लाइन डालने व कंडम लाइन बदलने का काम चल रहा है। इस काम को लेकर भी अब उंगलिया उठ रही है शहर के चारों तरफ लोग हाथ में बाल्टी, मटके व टोकनी लिए पानी की तलाश में घूम रहे है। पेयजल संकट छाया हुआ है। अमृरूत योजना के तहत लाइन डालने के बावजूद शहर की अनेक कालोनी के लोगों का हलक सूखा है। जिसे लेकर लोग पार्षदों व अपने-अपने चहेतों की गली में लाइन डलवाने का आरोप लगा रहे है तो एक गली में पास में ही लाइन डाले जाने व दूसरी गली को छोड़ने को लेकर यह संकट छाया हुआ है। शहर की आबादी करीब तीन लाख हो चुकी है। ऐसे में बाहरी क्षेत्र में 44 नई कालोनियों विकसित हुई है। इन कालोनियों में अमरूत पेयजल योजना के तहत पेयजल लाइन व सीवरेज लाइन डालने का काम चल रहा है। इसका जिम्मा नगर परिषद संभाले हुए है, लेकिन अनेक वार्ड में तो यह काम शुरू नहीं हो पाया है तो अनेक गलियों में यह लाइन डालने के बावजूद पानी नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में लोग परेशान है। भिवानी शहर में करीब सात करोड़ रुपये के बजट से इस योजना के तहत काम चल रहा है। पुराने वाटर टैंकों से नई लाइन लाकर जोड़ी जा रही है। शहर के तोशाम बाइपास स्थित वाटर टैंकों से आ रही पेयजल लाइन को नई लाइनों जोड़ा जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी पेयजल संकट बना हुआ है। जिसे लेकर शहर के लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। इन कालोनियों में छाया पेयजल संकट
-- हालू मोहल्ला
-- बाड़ी मोहल्ला
-- बाबा जमनादास का घेर हालुवास गेट
-- हनुमान गेट
-- हनुमान जोहड़ी
-- नई टिब्बा बस्ती अमर नगर
-- चिरंजीव कालोनी