जिला बनने के चार साल बाद आखिरकार भिवानी से अलग होकर बनी दादरी जिला परिषद, कुल 11 होंगे सदस्य

विकास एवं पंचायत विभाग ने दादरी जिले के गठन के चार वर्ष बाद आखिरकार अ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 07:15 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 07:15 AM (IST)
जिला बनने के चार साल बाद आखिरकार भिवानी से अलग होकर बनी दादरी जिला परिषद, कुल 11 होंगे सदस्य
जिला बनने के चार साल बाद आखिरकार भिवानी से अलग होकर बनी दादरी जिला परिषद, कुल 11 होंगे सदस्य

पवन शर्मा, बाढड़ा : विकास एवं पंचायत विभाग ने दादरी जिले के गठन के चार वर्ष बाद आखिरकार अलग से अपनी पंचायत चुनने के बहुप्रतिक्षित फैसले को हरी झंडी देते हुए दादरी जिला परिषद गठन को अंतिम रूप दे दिया है। इसी कड़ी में परिसीमन के आधार पर भिवानी जिला परिषद से अलग होकर बनाई गई दादरी जिला परिषद में दो विधानसभा क्षेत्रों के चार खंडों से जुटाए गए मतदाताओं के आंकड़ों के बाद 11 सदस्यों के पद स्वीकृत किए हैं।

गौरतलब है कि 18 सितंबर 2016 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दादरी को जिला तथा बाढड़ा को उपमंडल बनाने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद दादरी में जिलास्तरीय कई कार्यालयों में काम शुरू हो गया। लेकिन पंचायती राज संबंधित कार्य भिवानी जिला परिषद के अधीन ही चलते रहे। भिवानी जिला परिषद में वर्तमान में 30 वार्ड थे। वार्डों की संख्या अधिक होने के कारण दादरी जिले के गांवों को विकास योजनाओं में उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा। पिछले दिनों दादरी व बाढड़ा उपमंडल के नौ वार्डों के जनप्रतिनिधि मांगों को लेकर भिवानी जिला मुख्यालय पर रोष प्रकट कर चुके हैं। ऐसे में दादरी जिला परिषद के अलग से गठन की मांग को लेकर जजपा जिलाध्यक्ष नरेश द्वारका, हलकाध्यक्ष राजेश फोगाट, राजेश झोझू कलां, पंचायती राज सैल अध्यक्ष नरेश पुनिया, राजेन्द्र हुई, युवा हलकाध्यक्ष रामफल कादमा इत्यादि दो माह पूर्व विधायक नैना चौटाला की अगुवाई में पंचकूला में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से मिले थे। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के संज्ञान में मामला आने के बाद विकास विकास एवं पंचायत विभाग ने दादरी जिला परिषद के अलग गठन से संबंधित फाइल पर दोबारा से विचार करना शुरू किया। गत 15 अप्रैल को विभाग के वित्तायुक्त कार्यालय ने आखिरकार भिवानी जिला परिषद का परिसीमन कर दादरी जिला परिषद का अलग से गठन करने को स्वीकृति दी। साथ ही दादरी जिला परिषद में 11 वार्ड बनाते हुए आगामी चुनावी प्रक्रिया में इसे शामिल करने का एलान किया है।

बाढड़ा पंचायत समिति में 21, झोझू में 23 वार्ड

विकास एवं पंचायत विभाग ने जिले में पहले से चल रही तीन पंचायत समितियों को बढ़ाकर चार कर दिया है। अब बाढड़ा के साथ ही झोझू व बौंद खंड को अलग पंचायत विकास समिति का दर्जा दिया गया है। इसमें दादरी प्रथम व द्वितीय के बजाय केवल दादरी खंड होगा। समिति पुनर्गठन में रोचक बात यह है कि वर्ष 1968 में बनी 32 सदस्यों वाली बाढड़ा पंचायत समिति अब मात्र 21 वार्डों तक सीमित हो गई। वहीं वर्ष 2017 में अस्तित्व में आई झोझू पंचायत समिति में 23 वार्ड स्वीकृत किए गए हैं। जिले में दादरी पंचायत समिति में सबसे अधिक 27 वार्ड, झोझू कलां में 23, बाढड़ा में 21 तथा बौंद में 18 वार्ड शामिल किए गए हैं।

सांसद व पूर्व विधायक ने बधाई दी

सांसद धर्मबीर सिंह व भाजपा नेता सुखविद्र मांढी ने कहा कि दादरी जिला परिषद की सौगात मिलने से क्षेत्र में विकास के नए दौर की शुरूआत होगी। जिले के गठन के बाद उनकी प्राथमिकता यहां नई परिषद व पंचायत समितियों का गठन करवाना था। बाढड़ा की विधायक नैना चौटाला ने कहा कि दादरी जिला बनने के बाद यहां अलग जिला परिषद का गठन होना जरूरी था। उनके संज्ञान में आते ही इस कार्य को पूरा करवाया गया। जिले के विकास को मिलेगी गति : दुष्यंत

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अलग जिला परिषद के गठन के साथ ही दादरी जिले के विकास की गति भी तेज होगी। जिले के विकास के लिए करोड़ों रुपये की ग्रांट मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की मौजूदा भाजपा-जजपा सरकार ने जिला परिषद संस्थान की शक्तियां और अधिक बढ़ा दी हैं। जिससे ग्रामीण विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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