रामलीला मंचन : 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान श्रीराम लौटे अयोध्या, किया राजतिलक

दादरी के पुराने शहर स्थित प्राचीन श्रीराम लीला मंच पर आयोजित की जा रही श्रीराम लीला के दौरान बीती रात भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने उनका राजतिलक करने की लीला का भव्य मंचन किया गया। इस दौरान पा‌र्श्व गायन के माध्यम से बड़े ही सुंदर संगीत का साथ साथी कलाकारों ने दिया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि डा. राजेश शर्मा ने शिरकत की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:00 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:11 PM (IST)
रामलीला मंचन : 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान श्रीराम लौटे अयोध्या, किया राजतिलक
रामलीला मंचन : 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान श्रीराम लौटे अयोध्या, किया राजतिलक

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी के पुराने शहर स्थित प्राचीन श्रीराम लीला मंच पर आयोजित की जा रही श्रीराम लीला के दौरान बीती रात भगवान श्रीराम के अयोध्या लौटने, उनका राजतिलक करने की लीला का भव्य मंचन किया गया। इस दौरान पा‌र्श्व गायन के माध्यम से बड़े ही सुंदर संगीत का साथ साथी कलाकारों ने दिया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि डा. राजेश शर्मा ने शिरकत की।

मंच के माध्यम से कलाकारों द्वारा रावण वध के उपरांत राम द्वारा विभीषण को लंका का राज विधिवत रूप से सौंपना, राम द्वारा किसी राज्य सीमा में प्रवेश न करने के वचन के चलते लक्ष्मण को आज्ञा देना, राम की आज्ञा के उपरांत लक्ष्मण व अन्य वीरों का लंका में पहुंचना व विभीषण के राज्य तिलक को पूरे विधि विधान से संपूर्ण करवाना, विभीषण द्वारा सीता माता को सम्मान के साथ कपि सेना शिविर में लाना, यहां राम व सीता का भावुक मिलन, इस दृश्य को देखकर सभी दर्शकों की आखों में अश्रुधारा बह चली। इसके उपरांत सभी का वापिस लौटना, भरत के वचन की अगर 14 साल की समय सीमा के अंतिम दिन तक राम अयोध्या वापिस न आए तो वह अपनी देह त्याग कर देंगे को ध्यान में रखते हुए लंकापति विभीषण द्वारा दशानन का पुष्पक विमान राम को प्रस्थान के लिए भेंट करना, इस विमान में बैठकर राम, सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव इत्यादि का अयोध्या को वापिस लौटना, अयोध्या की सीमा पर पहुंच कर वन में तपस्वी जीवन बीता रहे भ्राता भरत को इसकी सूचना देना, नगर में राम आगमन की सूचना पाने के बाद हर्षोल्लास का वातावरण बनना, सभी माताओं सहित पूरी अयोध्या द्वारा यह हर्षित समाचार पाकर सभी के स्वागत की तैयारियां करना, नगर में उनके आगमन पर पूरी अयोध्या को दीपकों के प्रकाश से रोशन करना, सभी नगर वासियों का मंगल गीतों सहित सभी का स्वागत करना, अयोध्या की इच्छानुसार पूर्ण रीति रिवाजों के साथ श्रेष्ठ मुहुर्त में विधिवत रूप से राम का राज्याभिषेक करने तक लीला को दिखाया गया। इनका रहा सहयोग इस दौरान श्रीरामलीला कमेटी के प्रधान उमेद सिंह प्रजापत, राधेश्याम बीकानेरिया, चेयरमैन मनोज वर्मा, राहुल मराठा, वरिष्ठ उपप्रधान रिपी फौगाट, उपप्रधान जयभगवान मस्ताना, महासचिव राजकुमार बंसल, सचिव रवि फौगाट, कोषाध्यक्ष शिव कुमार शर्मा, सह कोषाध्यक्ष अखिलेश बंसल, स्टेज कवि राधेश्याम बीकानेरिया, डायरेक्टर हरीश गर्ग, हरिओम बंसल, कथा वाचक रोहताश गुप्ता, प्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, राजेश खंचाजी, स्टोर कीपर हनुमान प्रसाद, अजय शर्मा, रवि, सोनू, केशव, आनंद सैनी, हरीश गर्ग, रोशन लाल, बजरंग शर्मा, राजेन्द्र प्रजापत, बबलू, रामौतार, मनीराम, कृष्ण गोयल, संदीप, धर्मेद्र, धीरज जैन, ज्ञानचंद, गौरव शर्मा, राजकुमार, सतबीर, मुकेश कुमार, प्रदीप, मास्टर सूबे सिंह, मिश्रा इत्यादि का सहयोग रहा।

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