संभावित तीसरी लहर की तैयारियों में जुटा प्रशासन, सभी सरकारी अस्पतालों में लगेंगे जनरेटर व सोलर सिस्टम
जागरण संवाददाता चरखी दादरी प्रशासन कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए महत्वपूण
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : प्रशासन कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए महत्वपूर्ण संसाधन जुटाने में लगा हुआ है। जिले की सभी पीएचसी व सीएचसी सहित नागरिक अस्पताल में सोलर सिस्टम व जनरेटर लगाने की योजना है। ताकि किसी भी हालत में इन स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित ना हो और उपकरण चलते रहें। स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. सुदर्शन पंवार ने बताया कि उपायुक्त अमरजीत सिंह मान के निर्देशों पर पूरे जिले में विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए प्रशासन को मांग भेज दी गई हैं। कोरोना की तीसरी संभावित लहर को ध्यान में रखते हुए ये आवश्यक सामग्री की सूची तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि तैयारियों का उद्देश्य केवल लोगों की सुरक्षा है। कोशिश है कि जिला में पर्याप्त संसाधन हों, ताकि किसी भी व्यक्ति को संसाधनों की कमी के चलते परेशानी ना उठानी पड़े। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगेंगे जनरेटर
स्वास्थ्य विभाग की योजना के अनुसार जिला की सभी 12 पीएचसी, तीन सीएचसी, जिला नागरिक अस्पताल और एमसीएच अस्पताल में जनरेटर लगाए जाएंगे। पीएचसी पर 65 केवी और अन्य स्थानों पर 150 केवी के जैनसेट लगेंगे। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सोलर सिस्टम लगाने के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। सोलर सिस्टम पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा जिला में कोरोना के टेस्ट के लिए लैब भी स्थापित की जा रही है, जिसके लिए उपकरण आए हुए हैं और सिविल कार्य के लिए आठ लाख रुपये लोक निर्माण विभाग को दे दिए गए हैं। इस लैब की स्थापना पर लगभग 80 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्रों में बनी रहती हैं परेशानियां
दादरी नगर के सामान्य सरकारी अस्पताल को बिजली की हाट लाइन से जोड़ा हुआ है। यहां
आमतौर पर बिजली आपूर्ति कम ही बाधित होती है। इसके विपरीत ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों में शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति की जाती है। इसके चलते आपात स्थिति के मरीजों को कई बार चिकित्सकों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ता है। अब सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों, अस्पतालों में जनरेटरों, सोलर सिस्टम की व्यवस्था करने से मरीजों के साथ साथ चिकित्सकों को भी काफी राहत मिलेगी।