2075 मीट्रिक टन डीएपी पहुंची, किसानों के लिए उपलब्ध

क्षेत्र में फिलहाल डीएपी खाद की किल्लत दूर हो गई है। रबि की फस

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 07:58 PM (IST)
2075 मीट्रिक टन डीएपी पहुंची, किसानों के लिए उपलब्ध
2075 मीट्रिक टन डीएपी पहुंची, किसानों के लिए उपलब्ध

संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : क्षेत्र में फिलहाल डीएपी खाद की किल्लत दूर हो गई है। रबि की फसल के सीजन के दौरान यहां पर विभाग की ओर से दो हजार 75 मैट्रिक टन डीएपी खाद के बैग आ चुके हैं। सरकारी केंद्रों पर 1100 खाद के बैग रखे हुए हैं। इन सरकारी केंद्रों पर कुछ किसान ही डीएपी खाद लेने के लिए आ रहा हैं। हालांकि कृषि विभाग का दावा है कि किसानों की डीएपी खाद की अधिकतर मांग को पूरा कर दिया गया है। गेहूं की फसल की बिजाई का केवल तीन हेक्टेयर भूमि का रकबा बचा है। इससे किसानों को अब आगामी समय में गेहूं की बिजाई के लिए डीएपी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक क्षेत्र में रबि सिजन के दौरान एमपी के 250 मैट्रिक टन, एसएसपी के 265 मैट्रिक टन व यूरिया के 1250 मैट्रिक टन खाद पहुंच चुका है। हालांकि यूरिया खाद की डिमांड अवश्य ही बनी हुई है। केवल सरकारी केंद्रों पर भी यूरिया के करीब एक हजार से अधिक बैग रखे हुए हैं। यूरिया की और अधिक डिमांड के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। संभावना जताई जा रही है कि अगले दो दिन में यूरिया खाद भी क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाएगा।

बता दें की बवानीखेड़ा खंड में कृषि विभाग के अधीन 29 गांव पड़ते हैं और करीब सवा 33 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि है। अधिकतर किसानों ने रबि की फसल की बिजाई का कार्य पूरा कर लिया है। केवल 15 प्रतिशत भूमि ही रबि की बिजाई से अभी वंचित है। यहां पर भी बिजाई का कार्य जोरों पर है।

खंड कृषि अधिकारी डा. शमशेर सिंह ढुल ने बताया कि क्षेत्र में डीएपी खाद की किल्लत दूर हो गई है। सरकारी केंद्रों पर करीब 1100 खाद के बैग रखे हुए हैं। कुछ किसान ही डीएपी की खाद लेने के लिए आ रहा है। उन्होंने बताया कि यूरिया खाद के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। अगले दो दिन में यूरिया का स्टोक भी पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन किसानों की बिजाई अभी बाकी है उन्हें समय पर खाद उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी