सीपर में मिले 18 पॉजिटिव केस, सैंपलिंग जारी

शहरों एवं कस्बों के बाद कोरोना वायरस ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी दस्तक दे दी है। कई गांवों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं क्षेत्र का गांव सीपर में तो फिलहाल कोरोना से संक्रमित 18 एक्टिव केस हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:03 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:03 AM (IST)
सीपर में मिले 18 पॉजिटिव केस, सैंपलिंग जारी
सीपर में मिले 18 पॉजिटिव केस, सैंपलिंग जारी

संवाद सहयोगी, बवानीखेड़ा : शहरों एवं कस्बों के बाद कोरोना वायरस ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी दस्तक दे दी है। कई गांवों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं क्षेत्र का गांव सीपर में तो फिलहाल कोरोना से संक्रमित 18 एक्टिव केस हैं। सभी कोरोना से संक्रमित लोगों स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन पर रखा है इतना ही नहीं पिछले दिनों एक 65 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत भी हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस गांव कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इन दिनों गांवों के लोगों के सैंपल लेने में जुटी हुई है। रोजाना टीम करीब 50 से अधिक लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेज रही है। वहीं होम आइसोलेशन पर रखे गए लोगों को घरों में ही दवा का प्रबंध कर रही है। साथ-साथ उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों से अलग भी रखा जा रहा है। ध्यान रहे की गांव सीपर पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी का गांव है। यहां की आबादी करीब 2500 है और करीब 1700 लोगों को मताधिकार प्राप्त है। गांव की निवर्तमान सरपंच हरजीत कौर ने बताया कि गांव में एक साथ इतनी अधिक संख्या में कोरोना के मरीज आने से गांव में पूरी एतिहात बरती जा रही है। गांव में मुनपादी करवाई गई है कि लोग बिना वजह घर से बाहर न निकलें। गांव को सैनिटाइज भी करवाया जा रहा है। इसके साथ-साथ लोगों को बार-बार हाथ साफ करने व शारीरिक दूरी के नियमों की पालना के बारे में जागरूक किया जा रहा है। डा. अमित वर्मा व स्वास्थ्य निरीक्षक विनोद की टीम घर-घर जा कर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है। हालांकि इस गांवों को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया गया है। लेकिन अभी तक गांवों में सुरक्षा के मध्य नजर पुलिस बल को तैनात नहीं किया गया।

थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि अभी तक उन्हें उच्च अधिकारियों से इस बारे में कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। जब भी कोई निर्देश आएंगे तो गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया जाएगा। वहीं लोग कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए स्वयं ही घरों में रह रहे हैं। गांवों की अधिकतर गलियां सुनी ही नजर आ रही हैं।

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