फिर कर्मभूमि लौट रहे कामगार, एक माह में बहादुरगढ़ पहुंचे सात हजार

उद्योग क्षेत्र की गाड़ी फिर पटरी पर लौट रही है। फिलहाल कई क्षेत्रों में कामगारों की डिमांड है। ऐसे में कई राज्यों से ये कामगार बुलाए जा रहे हैं। अकेले सरकारी प्रोजेक्टों में ही इन दिनों सैकड़ों कामगारों की जरूरत है। रोजाना कैंसिल हो रही 10 से ज्यादा टिकट जब गोरखधाम एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ तो इसके जरिये घर वापसी करने वाले कामगारों द्वारा रिजर्वेशन के लिए मारामारी थी। एक महीने से ज्यादा की वेटिग भी थी। मगर उस समय में रिजर्व करवाई गई टिकटें फिलहाल कैंसिल करवाई जा रही हैं। जिन लोगों को दोबारा से काम मिल गया वे अब वापसी की टिकट कैंसिल करवा रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर रोजाना 10 से ज्यादा लोग अपनी टिकट कैंसिल करवाने के लिए पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 08:00 AM (IST)
फिर कर्मभूमि लौट रहे कामगार, एक माह में बहादुरगढ़ पहुंचे सात हजार
फिर कर्मभूमि लौट रहे कामगार, एक माह में बहादुरगढ़ पहुंचे सात हजार

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और हरियाणा के हिसार के बीच चलने वाली गोरखधाम एक्सप्रेस जब हर सुबह बहादुरगढ़ स्टेशन पर आकर रुकती है तो हाथ में सामान और चेहरों पर उम्मीद लिए कामगार प्लेटफार्म पर पहला कदम रखते ही सुकून सा पाते हैं।

यह सुकून है उनके फिर से कर्मभूमि लौटने का। जहां की मिट्टी से वे रोटी कमाते हैं और हजारों किलोमीटर दूर बैठे अपने परिवारों का पेट पालते हैं। इन्हीं कामगारों के पसीने से बहादुरगढ़ की औद्योगिक तरक्की का रास्ता भी निकलता है। ये कामगार अब फिर कर्मभूमि की ओर आ रहे हैं। कोरोना के कारण जब लॉकडाउन हुआ तो ये कई परेशानियों से घिर गए थे। इसलिए घर लौट गए थे। अब अनलॉक-2 में विभिन्न गतिविधियां चल रही हैं तो इन कामगारों की डिमांड बढ़ रही है। ऐसे में आमदनी की आस में कामगारों ने दोबारा से प्रदेश के कई शहरों की तरफ रुख कर लिया है। अकेले बहादुरगढ़ में ही पिछले एक महीने में विभिन्न राज्यों से सात हजार कामगार लौट चुके हैं। इनमें 1100 तो ट्रेन से पहुंचे हैं, जबकि बाकी अन्य साधनों से। यह सिलसिला रोजाना चल रहा है।

शिक्षण संस्थान और कुछ अन्य प्रतिष्ठान तो अभी बंद हैं, मगर जिन क्षेत्रों में कामगारों की जरूरत है, वहा पर गतिविधियां अब जोर पकड़ रही हैं। इसीलिए विभिन्न राज्यों से कामगारों के भी वापस आने का सिलसिला चल रहा है। इससे निर्माण और उद्योग क्षेत्र की गाड़ी फिर पटरी पर लौट रही है। फिलहाल कई क्षेत्रों में कामगारों की डिमांड है। ऐसे में कई राज्यों से ये कामगार बुलाए जा रहे हैं। अकेले सरकारी प्रोजेक्टों में ही इन दिनों सैकड़ों कामगारों की जरूरत है। रोजाना कैंसिल हो रहीं 10 से ज्यादा टिकट

जब गोरखधाम एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ तो इसके जरिये घर वापसी करने वाले कामगारों द्वारा रिजर्वेशन के लिए मारामारी थी। एक महीने से ज्यादा की वेटिग भी थी। मगर उस समय में रिजर्व करवाई गई टिकटें फिलहाल कैंसिल करवाई जा रही हैं। जिन लोगों को दोबारा से काम मिल गया, वे अब वापसी की टिकट कैंसिल करवा रहे हैं। रेलवे स्टेशन पर रोजाना 10 से ज्यादा लोग अपनी टिकट कैंसिल करवाने के लिए पहुंच रहे हैं। 15 जुलाई के बाद फुटवियर उद्योग में आएगी तेजी, कामगारों की डिमांड बढ़ी

अभी तक करीब 60 फीसद उद्योगों में उत्पादन चल रहा है। इनमें से भी कुछ में तो हाल ही में कामगारों के लौटने के बाद ऐसा हुआ है। मगर अब कामगारों के वापस लौटने का सिलसिला तेज होने और आगामी सीजन को देखते हुए 15 जुलाई के बाद फुटवियर उद्योग में तेजी आने की उम्मीद है। ऐसे में जुलाई के आखिर तक और 20 से 30 फीसद उद्योगों में उत्पादन जोर पकड़ सकता है। पिछले महीने तक कामगार कम थे। अब विभिन्न राज्यों से फिर आ रहे हैं। ऐसे में एहतियात और सावधानी के साथ उत्पादन बढ़ाया जा रहा है। 15 जुलाई के बाद उत्पादन में और तेजी आएगी।

नरेंद्र छिकारा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, फुटवियर पार्क एसोसिएशन पिछले एक महीने के अंदर गोरखधाम एक्सप्रेस से करीब 1400 यात्री बहादुरगढ़ आए हैं। इनमें से लगभग 300 यात्री तो अन्य हैं, जबकि बाकी वे हैं जो यहां पर काम करने के लिए आए हैं। यहां आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिग की जा रही है।

रणबीर सिंह, एसएचओ, जीआरपी थाना एक महीने मे सात हजार कामगार यहां लौटे हैं। इनमें से 1100 तो ट्रेन से जबकि बाकी अन्य साधनों से यहां पहुंचे हैं। इससे उद्योगों में उत्पादन फिर तेजी पकड़ रहा है।

संजीत कौर, संयुक्त निदेशक, जिला उद्योग केंद्र, बहादुरगढ़

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