सेक्टर दो, छह और आसपास की चार कालोनियों में नहीं होगा जलभराव, बनाया जा रहा मध्यवर्ती पंपिग स्टेशन
- 24 फीट गहरा कुआं और 20 फीट चौड़ा बनेगा संप वैल सात एमएलडी की होगी क्षमता
- 24 फीट गहरा कुआं और 20 फीट चौड़ा बनेगा संप वैल, सात एमएलडी की होगी क्षमता फोटो-10: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी ने बताया कि शहर के सेक्टर दो व छह और मामन विहार, पटेल नगर व सैनिक नगर समेत आसपास की कालोनियों में बरसात के मौसम में अब लोगों को जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी के आदेश पर सेक्टर दो मोड़ पर करीब एक करोड़ की लागत से मध्यवर्ती पंपिग स्टेशन बनाया जा रहा है। यहां पर 24 फीट गहरा और 20 फीट चौड़ा संप वैल बनाया जा रहा है। इस पंपिग स्टेशन की क्षमता सात एमएलडी (मिलियन लीटर पर डे) होगी। बहुत जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा और बरसात के मौसम से पहले ही इसे चालू किए जाने की पूरी संभावना है। शीला राठी ने बताया कि पंपिग स्टेशन पर इकट्ठा होने वाले सीवर व बरसात के पानी को उच्च क्षमता वाली मोटरों के जरिये लिफ्ट करके डिस्पोजल तक पहुंचाया जाएगा। इस पानी को सेक्टर के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जएगा। चेयरपर्सन शीला राठी ने बताया कि पंपिग स्टेशन बनने से काफी फायदा होगा। बरसात के मौसम में जलभराव से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। चेयरपर्सन शीला राठी ने बताया कि शहर के सेक्टर दो, छह, पटेल नगर, मामन विहार और सैनिक नगर कालोनी समेत आसपास के क्षेत्र में हर साल बरसात के मौसम में भारी मात्रा में पानी भर जाता है। इस जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अब तक यह व्यवस्था हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से देखी जा रही थी। मगर जैसे ही यह व्यवस्था नगर परिषद के हाथों में आई तो मैंने तुरंत जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान के आदेश अधिकारियों को दिए थे। इसी के चलते अब यहां पर करीब एक करोड़ की लागत से पंपिग स्टेशन बनाया जाएगा। इससे पहले यहां पर करीब 90 लाख रुपये की लागत से पटेल नगर व मामन विहार कालोनी के पानी की निकासी के नाला बनाया है। इस नाले का पानी भी यहीं से डिस्पोज किया जाएगा। एक करोड़ की लागत से बना बूस्टर, मेला ग्राउंड के आसपास की कई कालोनियों को मिलेगा स्वच्छ व पर्याप्त मात्रा में पानी:
चेयरपर्सन शीला राठी ने बताया कि आंबेडकर स्टेडियम के सामने अमृत योजना के तहत बूस्टर बनाया गया है। इसकी क्षमता 400 किलोमीटर प्रतिदिन की है। मेला ग्राउंड के आसपास की कई कालोनियों में इस बूस्टर के बनने से स्वच्छ व पर्याप्त मात्रा में पानी मिलने लगेगा। एक-दो दिन में यहां से पेयजल सप्लाई शुरू हो जाएगी। बूस्टर के निर्माण पर करीब एक करोड़ की लागत आई है।