सड़कों पर नहीं भरे जा रहे गड्ढे, जहां पैचिग हो रही वहां पर भी महज खानापूर्ति
गड्ढ़ों की जगह सड़क पर नई परत तो बनाई जा रही है मगर वहां पर सड़क के अंदर जो झोल बना होता है वह बरकरार रहता है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
क्षेत्र में सड़कों की पैचिग नहीं हो रही है। जहां पर बारिश के मौसम से पहले गड्ढे बने हुए थे, उन्हें अभी तक नहीं भरा गया है। जहां पर पैचिग हो भी रही है तो वहां पर महज खानापूर्ति की जा रही है। इससे गड्ढ़ों की जगह सड़क पर नई परत तो बनाई जा रही है, मगर वहां पर सड़क के अंदर जो झोल बना होता है, वह बरकरार रहता है। यानी गड्ढा पूरी तरह सड़क के लेवल के हिसाब से नहीं भरा जा रहा है। इससे बारिश में वहां पर फिर से पानी का ठहराव होता है और वाहनों की आवाजाही के कारण पैचिग हिस्सा कुछ ही दिनों में टूट जाता है। शहर के अंदर हाल ही में दिल्ली-रोहतक रोड पर कुछ जगह पैचिग तो की गई, लेकिन लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं। नाहरा-नाहरी रोड के दुकानदार मनोज ने बताया कि चार दिन पहले जेट पैचर से इस मार्ग के मुहाने पर पैचिग की गई, मगर इस कार्य में कोई गुणवत्ता नहीं थी। जहां पर गड्ढे थे, वहां पर अभी भी सड़क का लेवल ठीक नहीं हुआ। लाल चौक पर ही रोहतक रोड पर भी गड्ढे बने हुए हैं। इनकी भी पैचिग नहीं की जा रही है। सिविल अस्पताल के पास भी यही स्थिति है। उधर, सांखौल बराही मार्ग पर करीब 300 मीटर के हिस्से में अनगिनत गड्ढे बन गए हैं। इनकी भी पैचिग नहीं की जा रही है। इससे वाहन चालक परेशान है। दुपहिया वाहनों के लिए तो यहां से गुजरना और भी ज्यादा मुश्किल है। लोगों का कहना है कि जिस तरह से सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं और संबंधित विभाग द्वारा उनकी पैचिग नहीं की जा रही है, उससे विभाग को भी शायद किसी हादसे का इंतजार है। सड़कों की पैचिग एजेंसी से करवाई जा रही है। कुछ सड़कों पर मरम्मत की जिम्मेदारी अभी निर्माण कंपनियों की ही है। इस कार्य में जहां पर कमियां हैं, उनको दूर किया जाएगा।
-अनिल रोहिल्ला, एक्सईएन, लोक निर्माण विभाग, बहादुरगढ़