सेक्टर दो के सामुदायिक केंद्र की हालत खस्ता, 19 लाख का टेंडर तो लगाया, मगर काम अब तक अटका

शहर के सेक्टर दो के सामुदायिक केंद्र की हालत कई सालों से खस्ता है। इस केंद्र की सुध लेने वाला कोई नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 06:20 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 06:20 AM (IST)
सेक्टर दो के सामुदायिक केंद्र की हालत खस्ता, 19 लाख का टेंडर तो लगाया, मगर काम अब तक अटका
सेक्टर दो के सामुदायिक केंद्र की हालत खस्ता, 19 लाख का टेंडर तो लगाया, मगर काम अब तक अटका

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के सेक्टर दो के सामुदायिक केंद्र की हालत कई सालों से खस्ता है। इस केंद्र की सुध लेने वाला कोई नहीं है। यहां पर सेक्टर वासियों की ओर से बार-बार मांग करने के बाद वर्ष 2018 में 19.28 लाख रुपये का टेंडर लगाया गया, मगर अब तक इस टेंडर के तहत सामुदायिक केंद्र की मरम्मत नहीं हो सकी। आलम यह है कि सामुदायिक केंद्र के दरवाजे टूटे हुए हैं। खिड़कियां भी टूटी हुई हैं। शीशे भी टूट चुके हैं। वाशरूम व अन्य संसाधनों की हालत खराब है। बिजली उपकरण भी यहां नहीं चल रहे हैं। ऐसे में सेक्टर वासी इस सामुदायिक केंद्र में कोई भी कार्यक्रम करवाने से बच रहे हैं। सेक्टर वासियों का आरोप है कि इस केंद्र की हालत सुधारने के लिए तीन साल से सेक्टर वासी धक्के खा रहे हैं लेकिन कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जनजागरण समिति से राजकुमार अरोड़ा, डीपी दहिया, पार्षद अनीता कबलाना आदि ने बताया कि सेक्टर दो में वर्ष 2014 में सामुदायिक केंद्र का निर्माण हुआ था। तीन साल बाद जब इस केंद्र की हालत जर्जर हुई तो चेयरपर्सन शीला राठी ने वर्ष 2017 में यहां पर मरम्मत कार्य करवाने की हामी भरी थी। 19.28 लाख रुपये का टेंडर वर्ष 2018 में जॉब संख्या 811 के तहत लगाया भी गया था। 2018 के अंत में इसका रेनोवेशन कार्य संबंधित पार्षद को सूचित किए बिना ही शुरू करा दिया था। समिति से जुड़े सदस्यों ने बताया कि रेनोवेशन के नाम पर कुछ दरवाजों व खिड़कियों में शीशे लगे और कुछ मरम्मत भी हुई। बाथरूम में टूटी व कुछ अन्य कामों के अलावा एक डेढ़ फुट की मिट्टी का भरत हुआ व आसपास पार्क में घास लगाई गई। सेक्टर वासियों ने सोचा कि कुछ काम और बाद में होगा। मगर एक साल गुजर गया। इसके बाद दूसरा साल भी बीत गया, मगर सामुदायिक केंद्र में कोई भी मरम्मत का कार्य नहीं हुआ। जनजागरण समिति व सेक्टर के कुछ जागरूक नागरिक जब पार्षद अनीता कबलाना से मिले तो उन्होंने कहा कि सामुदायिक केंद्र में मरम्मत हुई ही नहीं। इस केंद्र हालत खराब है। मैं भी इस बारे में अधिकारियों को सूचित करके सामुदायिक केंद्र की मरम्मत कराने की मांग करूंगी। ऐसा आश्वासन पार्षद की ओर से दिया गया। इसके बाद वे जिला नगर आयुक्त, कार्यकारी अधिकारी व अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन सामुदायिक केंद्र का मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ। अब कुछ सालों से सामुदायिक केंद्र की खंडहर सी हालत हो गई है। कुछ पंखे गायब हो गए हैं तो कुछ चलते नहीं। कई दरवाजे पूरे तो कहीं आधे गायब हैं। शीशे लगभग सभी टूट चुके हैं। बाथरूम की टोंटियां गायब। पानी भी नही है वाशबेसिन व कमोड टूटे पड़े हैं। शाम को यहां नशेड़ियों का जमावड़ा हो जाता है। समिति के लोगों ने इस सामुदायिक केंद्र की मरम्मत कराने की मांग की है। पार्षद अनीता कबलाना ने बताया कि वे जल्द ही अधिकारियों से मिलकर इस केंद्र की मरम्मत की मांग करेंगी।

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