सब्जियों से नहीं उतर रहा महंगाई का रंग, रसोई से बाहर हुई कई चीजें
कुछ सब्जियां तो और महंगी हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
इस बार हुई अत्यधिक बरसात का असर अब सब्जी मंडियों में देखने को मिल रहा है। आवक कम होने के कारण सब्जियों पर चढ़ा महंगाई का रंग उतर नहीं रहा है। कुछ सब्जियां तो और महंगी हो गई हैं। जबकि इस मौसम में सब्जियों की भरमार होती थी। इस बार कमी है तो भाव दो से तीन गुना ज्यादा हैं। ऐसे में कुछ सब्जियां तो रसोई से ही बाहर हो गई हैं। उनकी खरीद से लोग परहेज कर रहे हैं। कुछ दिन पहले तक आलू के जो भाव थे, उसमें अचानक से डेढ़ गुना की वृद्धि हो गई है। दअसल, सर्दी शुरू होते ही मंडियों में सब्जी की आवक होने लगती है। गाजर, गोभी, मटर के अलावा हरी सब्जियों की आवक होने से ग्राहकों को भी राहत मिलती थी। सब्जियां भी ज्यादा होती थी और भाव भी सामान्य। मगर इस बार ऐसा नहीं है। अत्यधिक बरसात के कारण इस बार फसलें खराब भी हो गई और बाकी जगह बिजाई ही समय पर नहीं हो पाई। इसलिए मंडियों में सब्जी कम होने से भाव नीचे नहीं आ रहे। दो-तीन सप्ताह बाद कुछ आवक होने के आसार हैं। सब्जी विक्रेता श्याम ने बताया कि आलू के दाम भी अब 24 रुपये पर पहुंच गए हैं। प्याज पहले से 50 रुपये है। टमाटर भी 60 से 70 रुपये प्रति किलो पर है। आवक कम हो रही है। इस बार पालक, मेथी, सरसों, बथुआ की आवक भी कम हो रही है। इसलिए इनके दाम इस बार अभी ज्यादा हैं। तोरई और लोकी भी महंगी है। अन्य विक्रेता कालीचरण ने बताया कि सब्जी महंगी होने से खरीद की मात्रा भी रोजाना कम रहती है। मूली का भाव इस समय 10 रुपये प्रति किलो या इससे भी कम होती था। इस बार यह 30 रुपये है। ये हैं सब्जियों के प्रति किलो भाव :
सब्जी दाम
आलू 24 रुपये
लोकी 30 रुपये
तोरई 40 रुपये
बैंगन 40 रुपये
गोभी 60 रुपये
शिमला मिर्च 80 रुपये
सीताफल 30 रुपये
भिडी 50 रुपये
गाजर 30 रुपये