हथियारों की बरामदगी के लिए उत्तर प्रदेश और राजस्थान पहुंची टीमें

आसौदा गांव में कुआं पूजन समारोह में शिरकत करने आए रोहतक के गांव चमारियां के नरेंद्र की हत्या में प्रयुक्त हथियारों की बरामदगी के लिए सीआइए की टीमें उप्र व राजस्थान पहुंची। अभियुक्तों ने वारदात के बाद हथियारों को इन्हीं जगहों पर छिपा दिया था। नरेंद्र की हत्या धोखे में की गई थी जबकि निशाने पर को

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 12:25 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 12:25 AM (IST)
हथियारों की बरामदगी के लिए उत्तर प्रदेश और राजस्थान पहुंची टीमें
हथियारों की बरामदगी के लिए उत्तर प्रदेश और राजस्थान पहुंची टीमें

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

आसौदा गांव में कुआं पूजन समारोह में शिरकत करने आए रोहतक के गांव चमारियां के नरेंद्र की हत्या में प्रयुक्त हथियारों की बरामदगी के लिए सीआइए की टीमें उप्र व राजस्थान पहुंची। अभियुक्तों ने वारदात के बाद हथियारों को इन्हीं जगहों पर छिपा दिया था। नरेंद्र की हत्या धोखे में की गई थी जबकि निशाने पर कोई और था। अब पुलिस इस सवाल का जवाब भी तलाश रही है कि जिस शख्स की हत्या करने के लिए अभियुक्त आए थे, उसके आने की सूचना किसने लीक की थी।

फिलहाल तो पुलिस इस वारदात के मास्टरमाइंड अजय उर्फ सरदार निवासी आसौदा की तलाश कर रही है। उसी ने सोनीपत के पिपली गांव के रहने वाले मोहित उर्फ भांजा की हत्या के लिए अभियुक्त नरेंद्र उर्फ ढीला निवासी आसौदा टोडराण तथा सौलधा गांव के मंजीत उर्फ कालू को हथियार देकर भेजा था। पुलिस का कहना है कि वारदात स्थल के नजदीक तक अजय ही दोनों को गाड़ी में लेकर पहुंचा था। बाद में खुद वहां से निकल गया था। अजय की गिरफ्तारी के बाद ही यह खुलासा होगा कि उस तक यह सूचना किसने पहुंचाई कि गांव में कार्यक्रम के दौरान मोहित भी आया हुआ है।

उधर, दोनों अभियुक्त दो दिन के रिमांड पर हैं। ऐसे में पुलिस उनकी निशानदेही से हथियारों की बरामदगी के लिए जुटी हुई है। अभियुक्तों ने वारदात के बाद उत्तर प्रदेश के पिलखुआ व राजस्थान के झुंझनू के पवनगढ़ इलाके में हथियारों को छिपाया था। हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस की टीमें अभियुक्तों को लेकर उप्र और राजस्थान पहुंची। यह था मामला : गौरतलब है कि 11 नवंबर को आसौदा टोडराण में अपने दोस्त ¨रकू के घर कुआं पूजन में आए रोहतक के गांव चमारिया के नरेंद्र की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। अब खुलासा हुआ है कि नरेंद्र की हत्या धोखे में की गई। निशाने पर पिपली का मोहित था। दोनों ने एक जैसे कपड़े पहन रखे थे। कद-काठी और रंग भी एक जैसा था। पुलिस के मुताबिक मोहित की हत्या की साजिश आसौदा गांव के गैंगस्टर रहे राजीव काला की हत्या का बदला लेने के इरादे से रची गई थी, मगर इसमें किसी और की जान चली गई। काला गिरोह के सरगना अजय को शक है कि राजीव की हत्या की साजिश में मोहित भी शामिल था। वर्जन..

गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही से हथियारों की बरामदगी की जा रही है। जल्द ही इस मामले की साजिश रचने वाले अजय को गिरफ्तार किया जाएगा। उसके बाद खुलासा होगा कि इसमें और कौन-कौन शामिल था।

--विवेक मलिक, प्रभारी, सीआइए बहादुरगढ़।

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