सुरेश राठी, यशवीर, आयुष, रीना व लविश ने जीती स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन की अभ्यास दौड़

- विजयदशमी के अवसर पर सेना द्वारा की जाने वाली स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन के उपलक्ष्य में मशाल जलाकर करवाई गई अभ्यास दौड़

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:40 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 07:40 PM (IST)
सुरेश राठी, यशवीर, आयुष, रीना व लविश ने जीती स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन की अभ्यास दौड़
सुरेश राठी, यशवीर, आयुष, रीना व लविश ने जीती स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन की अभ्यास दौड़

बहादुरगढ़, (विज्ञप्ति): देश की सेना द्वारा आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली में स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए बहादुरगढ़ में विजयदशमी के मौके पर बहादुरगढ़ रनर ग्रुप के साथ मिलकर पहली अभ्यास दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें कोच रविद्र और जितेंद्र आर्य ने मशाल जलाकर दौड़ की शुरूआत की। सेना की मैराथन की अभ्यास दौड़ शनिवार को दिल्ली के पीतमपुरा में और उसके बाद गुरुग्राम में होगी। बहादुरगढ़ रनर ग्रुप के ओलिपियन कर्नल संत कुमार की अगुवाई में अभ्यास दौड़ कराई गई। दीपक छिल्लर ने बताया कि बहादुरगढ़ के धावकों के लिए 10 किलोमीटर, पांच किलोमीटर और तीन किलोमीटर दौड़ का आयोजन किया गया। धावक प्रवीन सांगवान, राकेश डबास, नरेंद्र राम, मुकेश दहिया, विजय कुमार ने रनिग ट्रैक पर साथ दौड़ कर बाकी सभी धावकों का मनोबल बढ़ाया। 10 किलोमीटर की अभ्यास दौड़ में सुरेश राठी ने पहला स्थान, अजय धनखड़ ने दूसरा स्थान और नरेंद्र ने तीसरा स्थान हासिल किया। वही 50 प्लस श्रेणी में नरेंद्र कुमार ने पहला, जगदीश राठी ने दूसरा और सतीश देशवाल ने तीसरा स्थान हासिल किया। पांच किलोमीटर अभ्यास दौड़ में यशवीर ने पहला, मुकेश ने दूसरा स्थान और सुनील ने तीसरा स्थान हासिल किया। पांच किमी सीनियर कैटेगरी में एनके नारा पहले, विनोद राठी दूसरे व राकेश तीसरे स्थान पर रहे। 18 से कम उम्र के श्रेणी में आयुष ने पहला स्थान प्राप्त किया। महिला वर्ग में रीना ने पहला, भूमि ने दूसरा स्थान व प्रियंका ने तीसरा स्थान हासिल किया। बच्चों की तीन किलोमीटर अभ्यास दौड़ में लविश पहले, विराट दूसरे व कार्तिक तीसरे स्थान पर रहे। भृगु कुमार और राम कुमार ने बच्चों के साथ दौड़ कर उनका मनोबल बढ़ाया। स्वर्णिम मैत्री हाफ मैराथन का आयोजन देश की जल सेना, थल सेना, वायु सेना मिलकर 19 दिसंबर को दिल्ली में कर रही है। इस मैराथन के माध्यम से 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान हमारे बहादुर सशस्त्र बलों और मुक्ति वाहिनी द्वारा किए गए बलिदानों को श्रद्धांजलि और सम्मान दिया जाएगा।

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