अचानक दस साल के प्रापर्टी टैक्स ने बिगाड़ा लोगों का बजट, भुगतान के लिए आज बढ़ाए जाएंगे दो और काउंटर

- अगर-मगर के भंवर में फंसे शहरवासी कुछ टैक्स जमा कराने में जुटे तो कुछ कर रहे राहत मिलने का इंतजार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:55 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:55 PM (IST)
अचानक दस साल के प्रापर्टी टैक्स ने बिगाड़ा लोगों का बजट, भुगतान के लिए आज बढ़ाए जाएंगे दो और काउंटर
अचानक दस साल के प्रापर्टी टैक्स ने बिगाड़ा लोगों का बजट, भुगतान के लिए आज बढ़ाए जाएंगे दो और काउंटर

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

नगर परिषद की ओर से 10 साल पुराने प्रापर्टी टैक्स का एरियर व 18 फीसद ब्याज राशि जोड़कर भेजे जा रहे बिलों ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। भारी-भरकम बिलों को देखकर लोग नप कार्यालय के धक्के खाने पर मजबूर हो गए हैं। कुछ लोग प्रापर्टी टैक्स को ठीक कराने के लिए नप कार्यालय में आ रहे हैं तो कई घंटों तक लाइन में लगकर इसका भुगतान कर रहा है। कुछ शहरवासी अगर-मगर के भंवर में फंसे हुए हैं। ऐसे लोगों को इस बात का इंतजार है कि शायद कहीं से कुछ राहत मिल जाए। उसके बाद ही इस टैक्स का भुगतान किया जाए। वैसे भी लाखों रुपये के टैक्स की राशि एकमुश्त जमा करानी बहुत से लोगों के लिए मुश्किल लग रही है। किसी का 50 हजार तो किसी का एक लाख से ज्यादा का प्रापर्टी टैक्स आया हुआ है। कुछ लोग तो जमा करा चुके हैं फिर भी उनको लाखों के बिल नप की ओर से भेजे जा रहे हैं। खाली प्लाटों को वाणिज्यिक दिखाकर टैक्स का बिल भेजा जा रहा है। गलत बिलों को कर रहा इकट्ठा, फिर करूंगा शिकायत: वत्स

पूर्व पार्षद धर्मेंद्र वत्स का कहना है कि नप ने अनाप-शनाप बिल प्रापर्टी टैक्स को लेकर भेजे हैं। मैं ऐसे लोगों से उनकी शिकायतें ले रहा हूं और पूरा रिकार्ड ले रहा हूं, जिनको नगर परिषद ने बिल गलत बनाकर भेजा है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनको कुछ माह पहले एनओसी जारी की गई और अब फिर उसको लाखों रुपये का बिल थमा दिया गया। खाली प्लाट का वाणिज्यिक टैक्स दे दिया गया। ये सब मामले इकट्ठा होने के बाद उच्च अधिकारियों को इस बारे में शिकायत की जाएगी। बिगड़ गया पूरा बजट: शर्मा

लाइनपार निवासी पंडित प्रवीण शर्मा ने बताया कि उसके स्कूल का पांच हजार रुपये सालाना टैक्स आता था। यह टैक्स उन्होंने 2019 तक भर रखा है। अब 42 हजार रुपये टैक्स आया हुआ है। इससे उनका बजट भी गड़बड़ा गया है। इसे ठीक कराने के लिए अब धक्के खाने पड़ रहे हैं।

वर्जन..

नप की ओर से जो बिल भेजे जा रहे हैं, उसमें 10 साल के प्रापर्टी टैक्स का एरियर व उसकी ब्याज की राशि है। यह बिल हर हाल में लोगों को जमा कराने होंगे। किसी ने भुगतान कर रखा है तो उसे एडजस्ट किया जाएगा। इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा रखी है। टैक्स भुगतान में लोगों की सहूलियत के लिए दो काउंटर पहले से ही चल रहे हैं और सोमवार से दो काउंटर और बढ़ाए जाएंगे।

-संजय रोहिल्ला, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।

chat bot
आपका साथी