अधिकारियों की लापरवाही के चलते एसटीपी को खुद ही ट्रीटमेंट की आवश्यकता

- अधिकारियों एवं कंपनी के आपसी खींचतान का खामियाजा भुगत रहे हैं बहादुरगढ़ के निवासी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:55 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:55 PM (IST)
अधिकारियों की लापरवाही के चलते एसटीपी को खुद ही ट्रीटमेंट की आवश्यकता
अधिकारियों की लापरवाही के चलते एसटीपी को खुद ही ट्रीटमेंट की आवश्यकता

बहादुरगढ़, (विज्ञप्ति): शहर के नजफगढ़ रोड पर झाड़ौदा बार्डर के पास 36 एमएलडी(मिलियन लीटर पर डे) सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) ही हालत देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस प्लांट को इन दिनों खुद ही ट्रीटमेंट की आवश्यकता है। इस ट्रीटमेंट प्लांट के चारों तरफ दूषित पानी भरा हुआ है। इस पानी भयंकर दुर्गंध उठती रहती है। इस कारण आसपास के किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। निवर्तमान पार्षद रमन यादव, निवर्तमान पार्षद गुरदेव सिंह राठी, इनेलो वार्ड-15 के जोन अध्यक्ष भारत नागपाल, इनेलो वार्ड-13 के अध्यक्ष मोहित राठी, पैक्स के डायरेक्टर कपूर सिंह राठी ने कहा कि जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से शहर के नजफगढ़ रोड पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनवाया गया है ताकि दूषित पानी को साफ करके अन्य कार्याें में प्रयोग किया जा सके। इस प्लांट के चारों तरफ काफी गंदगी फैली हुई है। इस गंदगी व दूषित पानी से उठती दुर्गंध के कारण आसपास का वातावरण भी दूषित हो रहा है। इन दिनों पूरे शहर की सीवरेज व्यवस्था बदहाल है, क्योंकि सभी कालोनियों के लोग सीवरेज जाम की समस्या परेशान हैं। सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गंदे पानी की आवक कम है। जिसके चलते पूरा शहर सीवरेज जाम की समस्या का दंश झेल रहा है। यह सब जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही हो रहा है। यह सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू हालात में है, लेकिन इससे पूरा कार्य प्रशासनिक अधिकारी या तो जानबूझ कर नहीं ले रहे या फिर ट्रीटमेंट प्लांट चलाने वाली कंपनी व अधिकारियों के बीच सामंजस्य की कमी है। उन्होंने बताया कि एजेंसी का विभाग के साथ पेमेंट को लेकर भी विवाद चल रहा है। इस कारण भी प्लांट में समस्या बनी हुई है। वर्जन..

एजेंसी की पेमेंट को लेकर कुछ इश्यू है। इसकी मुझे जानकारी नहीं है। ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था दुरुस्त करवाई जा रही है।

-संदीप दुहन, एसडीओ, जनस्वास्थ्य विभाग

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