किसानों को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने के विषय पर हुई गोष्ठी
अखिल भारतीय किसान संघ के बीज प्रमुख कृष्ण मुरारी के द्वारा जैविक प्राकृतिक खेती करने वाले तथा बीजों का संरक्षण करने वाले प्रगतिशील किसानों की एक गोष्ठी का आयोजन किया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
अपने उत्पाद को प्रोसेसिग मार्केटिग तथा देशी बीजों के संरक्षण से ही किसान स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बन सकता है। अखिल भारतीय किसान संघ के बीज प्रमुख कृष्ण मुरारी के द्वारा जैविक, प्राकृतिक खेती करने वाले तथा बीजों का संरक्षण करने वाले प्रगतिशील किसानों की एक गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय बीज प्रमुख कृष्ण मुरारी ने कहा कि आज किसान जिस प्रकार संकट में है उसका एकमात्र समाधान परंपरागत खेती को छोड़कर औषधीय व अन्य प्रकार की व्यापारिक खेती को अपनाए तथा स्वयं ही उनकी प्रोसेसिग करें और मार्केटिग करें। जिससे किसान और उपभोक्ता दोनों का लाभ होगा उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि हमें प्राचीन काल से चली आ रही देशी औषधीय, वनस्पति के द्वारा इलाज व उत्पादों का उत्पादन करना चाहिए तथा इन्हें इलाज के लिए प्रयोग करना चाहिए। गोष्ठी का आयोजन भारतीय किसान संघ झज्जर जिला अध्यक्ष सतीश छिकारा ने की। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक हम स्वयं के बीज तैयार करके खेती नही करेंगे तब तक स्थिति में सुधार नही होगा। प्रदेश महासचिव सुंदरलाल ने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान करने व उनको जागरूक करने तथा स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश स्तर पर ज्यादा से ज्यादा कार्यक्रम करके उनको जागरूक करने लिए संगोष्ठी करवाई जाएगी। इस अवसर पर सत्यवान ढाका, सत्यवीर, तकदीर सिंह, संजय जाखड़, नीलम आर्य, राकेश, संगठन मंत्री सुंदरलाल, प्रवीण आर्य, राजेश जाखड़, भीम सिंह डागर, नीरज शर्मा, डा. रमेश लाठर, राज सिंह दलाल, आजाद दहिया, सुरेंद्र छिल्लर, महाबीर जून, सरवर बराही, सुनील अहलावत, विजय कुमार मौजूद रहे।