भावी अध्यापिकाओं ने पोस्टर बना बुजुर्गों से दुर्व्यवहार रोकने का दिया संदेश
-भारतीय संस्कृति व संस्कार को बनाए रखने के लिए बुजुर्गों को दे सम्मान डा आशा
-भारतीय संस्कृति व संस्कार को बनाए रखने के लिए बुजुर्गों को दे सम्मान: डा आशा फोटो-1 जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
वैश्य बीएड कालेज की भावी अध्यापिकाओं ने विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार रोकथाम जागरुकता दिवस के उपलक्ष्य में बुजुर्गों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने के लिए लोगों को जागरूक किया। यह दिवस बुजुर्गों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार की रोकथाम के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डा. आशा शर्मा ने कहां की हमें सर्वप्रथम अपने घर व आसपास के बुजुर्गों के प्रति सम्मान जागृत करना पड़ेगा तभी हम संपूर्ण राष्ट्र में यह जागरूकता फैला पाएगें। सभी को अपने बड़ों के बारे में सोचना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए। उनकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी जरूरतों को पूरा करें और जब भी और जहां भी आवश्यक हो, उनका साथ जरूर दें। वर्तमान में युवा को भारतीय संस्कृति व संस्कार को बनाए रखने के लिए बुजुर्गों को अपने जीवन का बोझ ना समझकर उनका सम्मान,सेवा व आदर करें,तथा उन्हें अपने जीवन में जगह दे। यही हमारी भारतीय संस्कृति है। जिस प्रकार विशाल पेड़ हमेशा फल व छांव देता है उसी प्रकार बुजुर्ग भी घर परिवार को नैतिक ज्ञान, आत्मसमर्पण, स्नेह व जीवन अनुभव तथा जीवन जीने की सीख देते हैं। बीएड छात्रा गरिमा, उर्मिल सहगल, कोमल, गरिमा, भारती टैगोर, ज्योति, कीर्ति यादव, नीतू, इंदू, पूजा ने समाज को जागरूक किया तथा संकल्प किया कि वे न केवल समाज को इस विषय के प्रति जागरूक करेंगी बल्कि अध्यापिका बनने पर विद्यार्थियों से इस विषय पर चर्चा करेंगीं। शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को बुजुर्गों के साथ स्नेहपूर्ण व आदरपूर्ण व्यवहार करना सिखाएंगी। कार्यक्रम का आयोजन वाईआरसी व एनएसएस द्वारा कराया गया।