केएमपी से लेकर लिक रोड तक सभी पर बने गड्ढे, पैचिग न होने से हादसों का खतरा

इनकी पैचिग को लेकर अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। बाकी सड़कों पर तो लोग परेशानी झेलते ही हैं मगर एक्सप्रेस वे पर तो परेशानी भी झेलते हैं और टोल भी अदा करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:00 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:00 PM (IST)
केएमपी से लेकर लिक रोड तक सभी पर बने गड्ढे, पैचिग न होने से हादसों का खतरा
केएमपी से लेकर लिक रोड तक सभी पर बने गड्ढे, पैचिग न होने से हादसों का खतरा

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

एक तरफ बारिश और दूसरी तरफ संबंधित विभागों की उदासीनता, इसी ने सड़कों की हालत बदतर कर दी है। केएमपी एक्सप्रेस-वे से लेकर लिक रोड तक सभी पर इन दिनों गड्ढे बन गए हैं, इसके कारण हादसों का खतरा बना हुआ है। इनकी पैचिग को लेकर अधिकारियों की नींद नहीं टूट रही है। बाकी सड़कों पर तो लोग परेशानी झेलते ही हैं, मगर एक्सप्रेस वे पर तो परेशानी भी झेलते हैं और टोल भी अदा करते हैं। यहां पर है परेशानी :

केएमपी एक्सप्रेस-वे पर जहां पर भी एंट्री और निकास बने हैं, वहीं पर सड़कों की हालत बेहद खस्ता है। मांडौठी टोल के पास से सड़क की हालत एक बार फिर पहले जैसी हो गई है। यहां पर जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने से लेकर अब तक ज्यादातर समय टूटी सड़क से ही वाहन गुजरते रहे हैं। लोगों का कहना है कि काफी परेशानी झेलने के बाद विभाग द्वारा पैचिग करवाई जाती है, लेकिन वहां से कुछ दिनों बाद ही सड़क फिर से टूटने लगती है। इससे तो एक साथ दो सवाल उठते हैं। पहला तो ये कि सड़क निर्माण के समय गुणवत्ता का तनिक भी ध्यान नहीं रखा गया, लेकिन पैचिग में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है। आसौदा गांव निवासी आनंद दलाल ने बताया कि जब एक मार्ग पर टोल लिया जा रहा है तो वहां पर सुविधाएं भी उसी हिसाब से होनी चाहिए। जिस मार्ग पर गड्ढे बने हुए हैं, उस पर टोल वसूली अपने आप में सवालिया निशान है। इन मार्गाें पर भी है दिक्कत :

क्षेत्र का आसौदा खरखौदा मार्ग, नजफगढ़ मार्ग, बालौर मार्ग, सांखौल बराही मार्ग, झज्जर रोड पर भी इन दिनों परेशानी है। कुछ मार्गाें पर तो हाल ही में अमृत योजना के तहत कार्य हुआ है, लेकिन वहां पर काम निपटे हुए भी काफी दिन बीत चुके हैं। इसके बाद भी सड़क की हालत बदतर है। लोगों ने बताया कि जिन मार्गाें पर गड्ढे बने हुए महीनों हो गए हैं उनकी भी सुध नहीं ली जा रही है। बारिश से पहले ही यदि वहां पर पैचिग की जाती तो आज जो हालत है, वह नहीं होती।

chat bot
आपका साथी