अपने बच्चों के भविष्य के लिए स्टेडियम को सुधारने में जुटे अभिभावक
- डा. भीमराव आंबेडकर स्टेडियम में सिथेटिक ट्रैक बनाने की मांग ने पकड़ा जोर
- डा. भीमराव आंबेडकर स्टेडियम में सिथेटिक ट्रैक बनाने की मांग ने पकड़ा जोर फोटो-5: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर के बादली रोड पर बना डा. भीमराव आंबेडकर स्टेडियम में सरकार द्वारा सहयोग न मिलने की वजह से अपने खिलाड़ी बच्चों को कोई सुविधाएं न मिलते देख स्वयं अभिभावकों ने छोटी-मोटी समस्या का समाधान करने का बीड़ा उठाया है। यह स्टेडियम दो विभागों की आपसी खींचतान का शिकार है। इस कारण यहां प्रैक्टिस करने वाले बच्चे चोटिल हो रहे थे। जब प्रैक्टिस करने वाले बच्चों के अभिभावक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में जाते हैं तो वहां उनको खेल विभाग का बहाना बनाकर वापसी का रास्ता दिखा दिया जाता है। जबकि सरकार द्वारा इस स्टेडियम के लिए भेजे गए कोच अपने घरों में आराम फरमाते हैं और स्टेडियम राम भरोसे छोड़ दिया गया है। अपने राष्ट्रीय खिलाड़ी बच्चों का भविष्य बचाने के लिए सरकारी व्यवस्था से तंग आकर अब स्थानीय लोगों ने डेढ़ महीने से स्टेडियम की खराब पड़ी लाइटों को ठीक करवा लिया है और ट्रैक को रोडरोलर की मदद से समतल करवाया गया है। अभिभावकों के साथ वहां प्रैक्टिस करने वाले बच्चों ने भी पूरे ग्राउंड से कंकड़-पत्थर उठाकर साफ-सफाई करवाई। बहादुरगढ़ पेक्स के डायरेक्टर कपूर सिंह राठी ने भीमराव आंबेडकर स्टेडियम में पहले से मंजूर सिथेटिक ट्रैक बनवाने की मांग को दोहराते हुए कहा कि ग्राउंड में घास की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी रिकार्ड में इस स्टेडियम को बनवाने का खर्च करोड़ों रुपये दिखाया गया है, मगर हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। स्टेडियम में तुरंत प्रभाव से सरकार द्वारा पानी का कनेक्शन लिया जाना चाहिए, ताकि यहां पर आने जाने वाले बच्चों को पीने के पानी की सुविधा मिल सके। उन्होंने ग्राउंड पर जाकर खिलाड़ियों एवं अभिभावकों से सभी समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर बलराज सिंह, कोच संदीप अहलावत, प्रदीप कुमार बसंत विहार, बिट्टू पहलवान, सचिन, अश्विनी कुमार, केशव, प्रशांत चौधरी, ओम, जतिन, सुमित कोच मांडौठी सहित अनेक खिलाड़ी मौजूद रहे।